रायपुर:vande bharat trainएनएसयूआई प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल ने बताया कि "11 दिसंबर से नागपुर से बिलासपुर छत्तीसगढ़ में पहली सुपर फास्ट ट्रेन वंदे भारत का परिचालन हो रहा है. लेकिन इसका किराया इतना ज्यादा है कि यह आम और मध्यमवर्गीय परिवार के लिए बहुत महंगा है. ऐसे में सरकार इसका किराया कम करें और प्रदेश में पिछले कई महीनों से सैकड़ों ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया है, उसे शुरू किया जाए."high fare of vande bharat express
रायपुर में वंदे भारत ट्रेन के किराए पर घमासान, NSUI ने किया प्रदर्शन
(high fare of vande bharat express) 11 दिसंबर से नागपुर से बिलासपुर के लिए वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन उसके बाद से ही प्रदेश में इसको लेकर राजनीति गरमा गई है. मंगलवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने वंदे भारत ट्रेन के किराए और महीनों से बंद पड़े सैकड़ों ट्रेनों को चलाने की( vande bharat train) मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस दैरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर जमकर नारेबाजी की.
वंदे भारत ट्रेन के पायलट से प्रदर्शनकारियों ने की मुलाकात: रायपुर में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने वंदे भारत ट्रेन के चालक और परिचालक को हेलमेट पहना कर उनका स्वागत किया. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों में मवेशियों से वंदे भारत ट्रेन टकराई है. इनके चालक परिचालक का ख्याल सरकार नहीं रख रहे हैं. ऐसे में जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज एनएसयूआई निभा रही है.
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"सैकड़ों ट्रेनों का परिचालन बंद है":एनएसयूआई ग्रामीण विधानसभा अध्यक्ष अजय बंजारे ने बताया कि "पिछले कई महीनों से छत्तीसगढ़ में सैकड़ों ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है. जिसके कारण आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रायपुर लोकसभा के सांसद सुनील सोनी को कई बार बंद पड़ी ट्रेनों को शुरू करने के लिए ज्ञापन देने उनके बंगले पहुंचे. लेकिन एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को सुनील सोनी अपने बंगले पर नहीं मिले. एनएसयूआई ने सुनील सोनी को लापता सांसद कहा है. चुनाव के बाद से सांसद सुनील सोनी लगातार लापता चल रहे हैं."