रायपुर:छत्तीसगढ़में कोरोना के बाद अब डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीज प्रदेश में तेजी से बढ़ने लगे (Now the danger of swine flu in Chhattisgarh) हैं. स्वाइन फ्लू तेजी से पैर पसारता नजर आ रहा है. प्रदेश में अब तक 49 स्वाइन फ्लू के मरीज मिल चुके हैं. छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू (swine flu in Chhattisgarh) के 12 नए केस सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार देर रात इसकी पुष्टि की है. 22 मरीज अभी भी एक्टिव है. स्वाइन फ्लू के मरीजों का इलाज प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है।
स्वाइन फ्लू से कितनी मौतें : स्वाइन फ्लू से अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी (Three deaths due to swine flu in Chhattisgarh) है. स्वाइन फ्लू से कवर्धा के 4 साल की बच्ची की मौत पिछले हफ्ते हुई थी. वहीं दुर्ग और बलोदाबाजार में बुधवार को 1-1 मौत के मामले सामने आए. दोनों का इलाज राजधानी के अस्पताल में चल रहा था. स्वास्थ्य विभाग अब स्वाइन फ्लू मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री निकाल रहा है. वहीं कुछ ऐसे मरीज जिनमें स्वाइन फ्लू के लक्षण बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के नजर आ रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का खतरा और बढ़ा - Three deaths due to swine flu in Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में कोरोना के बाद स्वाइन फ्लू के मरीज बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू के बढ़ते केसेस को देखते हुए अलर्ट जारी किया है.
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क्या है स्वाइन फ्लू :स्वाइन फ्लू सुअरों से फैलने वाली एक संक्रामक बीमारी है. स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा ए को H1N1 वायरस के नाम से भी जाना जाता है. ये बीमारी पीड़ित इंसान या जानवरों के जरिए फैल सकती है. ये बीमारी संक्रमित के छींकने और खांसने के दौरान निलने वाली ड्रॉपलेट्स से फैल सकती है. इसके लक्षण इफ्लूएंजा की तरह ही होते हैं. ये वायरस आपके नाक, गले और फेफड़ों को लाइन करने वाली कोशिकाओं को संक्रमित करता है. इस संक्रमण के लक्षण हल्के और गंभीर दोनों हो सकते हैं. आमतौर पर गर्मियों और मानसून के महीने में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
• नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना।
• गले में खराश
• सर्दी खांसी
• बुखार
• सिरदर्द
• शरीर का थकान
• ठंड लगना
• पेट दर्द
• कभी-कभी दस्त उल्टी आना