अब क्यूआर कोड से भी हो रही ठगी, साइबर एक्सपर्ट से जानें बचने के तरीके - ठगी से बचने
इन दिनों क्यूआर कोड से साइबर ठग अकाउंट डिटेल निकाल कर ठगी कर रहे हैं. ऐसे मामलों में खासकर शिक्षित लोग ही शिकार बन रहे हैं. इस तरह की ठगी से बचने के कुछ आसान उपाय हैं. जानने के लिए आगे पढ़ें...
क्यूआर कोड से ठगी
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Published : Jun 4, 2023, 7:04 PM IST
साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा
रायपुर:इन दिनों ऑनलाइन फ्रॉड बढ़ता ही जा रहा है. ठग अलग-अलग हथकंडे अपनाकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. सीधे-साधे लोगों से लेकर पढ़े-लिखे लोग भी ऑनलाइन ठगी का शिकार बन रहे हैं. इस कड़ी में अब क्यूआर कोड से भी लोग बैंक डिटेल निकाल रहे हैं.
डिजिटल पेमेंट के कारण कैश कम रख रहे लोग:इन दिनों डिजिटल पेमेंट करना लोगों की आदत बन चुकी है. इस आदत के कारण लोग कैश भी कम रखने लगे हैं. इस बीच क्यूआर स्कैनर का इस्तेमाल लोग अधिक कर रहे हैं. इस क्यूआर कोड के माध्यम से साइबर ठग अकाउंट डिटेल निकाल रहे हैं. इस डिटेल के माध्यम से लोगों का अकाउंट भी खाली हो रहा है. कई लोग तो नकली क्यूआर स्कैनर लगाकर ठगी कर रहे हैं.
क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट: साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा कहती हैं कि "क्यूआर कोड की ठगी से बचने के लिए कुछ आसान से उपाय हैं, जिसे आप फॉलो करते हैं. इन उपाय को फॉलो कर आप काफी हद तक ठगी से बच सकते हैं. जब आप कोई क्यूआर कोड स्कैन करते हो तो सबसे पहले यूजर की डिटेल आपके मोबाइल पर आ जाती है. उस समय आप उस व्यक्ति से नाम बता कर नाम कंफर्म कर लें. इससे ये कंफर्म हो जाएगा कि आप सही अकाउंट में ट्रंजेक्शन कर रहे हैं."
सोशल मीडिया पर ऐसे करें ट्रांजेक्शन:अगर आप सोशल मीडिया पर स्कैन करने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करते समय अपना पिन डालने से पहले सोंच लें. क्योंकि ऐसे समय में अधिक ठगी होती है. कई बार ऐसा होता है कि आपको पिन तभी एंटर करना होता है, जब आप अपने खाते से किसी और के खाते में पैसे भेजना चाहेंगे. इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपके खाते से पैसे कहीं नहीं जाएंगे. इसके अलावा यदि आप और सुरक्षा चाहते हैं, तो कोशिश करें कि महीने में दो बार आप अपने खाते की ट्रांजैक्शन पिन बदलते रहें.
मोबाइल नंबर को लेकर रहें सतर्क:अक्सर ठग मोबाइल नंबर से ठगी करते हैं. इसका कारण ये होता है कि आप एक ही नंबर को अकाइंट में मर्ज करते हैं. इसके अलावा हर जगह आपका वही नंबर रहता है. जिससे साइबर ठग के लिए ठगी आसान हो जाती है. ऐसे में आप अपना अलग नंबर लेकर उसे बैंक में दें. बैंक में दिए हुए नंबर को हर जगह साझा न करें. ऐसे करने से आप साइबर ठगी से बच सकते हैं. इसके अलावा ईमेल आईडी को बैंक अकाउंट से रजिस्टर न कराएं. इससे भी आप फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं.
इस नंबर पर करें शिकायत:अगर आप ठगी का शिकार हुए हैं तो 1930 पर कॉल करके शिकायत करें. उस शिकायत की कॉपी अपने बैंक मैनेजर को भी दें. यह सारे प्रोसेस अगर आप जल्दी से जल्दी कर लेते हैं तो काफी हद तक संभावना रहती है कि ठग आपके पैसे लौटा दे. अक्सर ऐसे मामलों में शिक्षित लोग भी ठगी का शिकार होते हैं. इसलिए ऑनलाइन पेमैंट के समय ऊपर बताई गई बातों का विशेष ध्यान रखें.