रायपुर: पंडरी स्थित बस स्टैंड का स्थानांतरण (Bus Stand Transfer) भाटा गांव स्थित अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (Interstate Bus Terminal Raipur) कर दिया गया है. दो महीने से बस स्टैंड की शूटिंग को लेकर अटकलें चल रही थी. लेकिन समस्याओं के चलते आवागमन की शुरुआत नहीं हो पाई. आखिरकार नए बस स्टैंड का संचालन शुरू कर दिया गया है. जिला प्रशासन की ओर से इसे लेकर सख्त आदेश भी जारी किया गया है. वहीं पंडरी बस स्टैंड को पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है. एक और जहां नगर निगम के महापौर बस स्टैंड में पूरी व्यवस्थाओं की बात कर रहे हैं तो वही दूसरी ओर नगर निगम प्रतिपक्ष ने आनन-फानन अव्यवस्थाओं के बीच स्थानांतरित किए गए बस स्टैंड को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं.
ईटीवी भारत ने नवनिर्मित बस टर्मिनल (Newly Constructed Bus Terminal) का जायजा लिया. सबसे पहले वहां काम करने वाली कूलियों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि पिछले 40 सालों से भी ज्यादा समय से उनका संघ बस स्टैंड पर काम कर रहा है. बस स्टैंड में 51 कूलियों का एसोसिएशन है. पंडरी बस स्टैंड में हमारे पास बैठने और खाना खाने के लिए कक्ष हुआ करते थे. लेकिन यहां हमें सिर्फ आश्वासन दिया गया है. पिछले 2 दिनों से यहां पर हम काम कर रहे हैं. हमारे लिए बैठने और आराम करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. जहां छांव मिलती है वहां बैठ जाते हैं.
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कुली के मुताबिक अभी बस भी सही ढंग से नहीं लग पा रही है. जिसके कारण उन्हें इधर से उधर भाग कर सामान लोडिंग और अनलोडिंग करना पड़ रहा है. वहीं कुछ ट्रांसपोर्टरों की ओर से बस स्टैंड के बाहर गोदाम ले लिया गया है. जहां से लोडिंग और अनलोडिंग हो रही है. अगर बस स्टैंड का गोदाम लिया जाएगा तो हमें काम करने में भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है. हमारी रोजी-रोटी भी प्रभावित होगी.
बस स्टैंड कुली एसोसिएशन (Bus Stand Coolie Association) के अध्यक्ष का कहना है कि पहले हमें एक रूम भी दिखाया गया था. लेकिन अब उसे पार्सल वालों को दे दिया गया है और हम भटक रहे हैं. हमें महापौर ने आश्वासन दिया था. लेकिन अब देखते हैं कि कब तक हमें सुविधा मिल पाती है या फिर नहीं.
पानी पीने और शौचालय के लिए भी परेशानी
वहां काम करने वाले एक कुली ने बताया एक तरफ बड़े आराम करने की जगह नहीं है. वहीं हमें पानी पीने और शौचालय करने भी दूर जाना पड़ रहा है. ऐसे में हमें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हमारी मांग है कि जल्द से जल्द कक्ष प्रदान किया जाए.