रायपुर: क्या आगामी दिनों में होने वाले कांग्रेस संगठन चुनाव के बाद प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम बदल जाएंगे या फिर यथावत वे अपनी कुर्सी पर बने रहेंगे? यह सवाल सभी के जेहन में घूम रहा है कि आखिर क्या है कांग्रेस संगठन चुनाव की प्रक्रिया, किस तरह से होते हैं कांग्रेस संगठन चुनाव? दरअसल, कांग्रेस संगठन चुनाव की तैयारी में जुट गया है. यह चुनाव की प्रक्रिया 1 मई से शुरू हो जाएगी. इन तैयारियों का जायजा लेने कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रदेश प्रभारी सचिव, सप्तगिरी शंकर उल्का रायपुर पहुंचे हुए हैं. जहां वे 2 दिनों तक लगातार कांग्रेस के सभी मोर्चा संगठन विभागों की बैठक ले रहे हैं. इस दौरान वे संगठन चुनाव की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. साथ ही मिशन 2023 को लेकर भी रणनीति तैयार कर रहे है.
कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रदेश प्रभारी सचिव, सप्तगिरी शंकर उल्का ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान बताया कि, कांग्रेस के द्वारा सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी 15 अप्रैल अंतिम तिथि है. कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में लगभग 10 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य था. जिसे पूरा करते हुए कांग्रेस ने लगभग साढ़े 19 लाख सदस्य बनाए हैं. इससे कांग्रेस में काफी उत्साह का माहौल है. आज लोग कांग्रेस से जुड़ना चाहते हैं. इसकी मुख्य वजह है कि राज्य सरकार के द्वारा किए गए काम से यह लोग काफी प्रभावित हुए हैं. 15 अप्रैल के बाद संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इस चुनाव की तैयारी में हम जुट गए हैं.
कांग्रेस संविधान के मुताबिक, चुनाव के लिए सबसे पहले पार्टी केंद्रीय चुनाव संघ (सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी) का गठन होता है. अथॉरिटी चुनाव का कार्यक्रम तैयार करती है. अथॉरिटी पूरे देश में चुनाव कराने के लिए हर राज्य में एक पीआरओ (प्रदेश रिटर्निंग अफसर) और एक से दो एपीआरओ (राज्यों के आकार के मुताबिक असिसटेंट प्रदेश रिटर्निंग अफसर) बनाती है. कांग्रेस में हर पांच साल में चुनाव होता है, इससे पहले हर तीन साल में संगठन के चुनाव होते थे. अब अध्यक्ष का कार्यकाल भी तीन से बढ़ाकर पांच साल कर दिया गया है. 2017 में राहुल गांधी संगठन चुनाव के बाद निर्विरोध चुन कर आए थे, जिन्होंने 2019 के आम चुनावों में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सोनिया गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया.