रायपुर: कोटा गुढ़ियारी स्थित निजी हॉस्पिटल की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. अस्पताल प्रबंधन ने एक कोरोना मरीज की लाश तय गाइडलाइन के मुताबिक न देकर बिना पीपीई किट के ही नगर निगम के कर्मचारियों को सौंप दी. नगर निगम के कर्मचारी जब लाश का अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट पहुंचे, तो वहां उन्होंने देखा कि मृतक की बॉडी को सही तरीके से रैप नहीं किया गया है. वहां करीब 1 घंटे तक मचे बवाल के बाद पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी गई. इसके बाद फिर से लाश को अस्पताल लाया गया.
जानकारी के मुताबिक, गुढ़ियारी के ही एक व्यक्ति के सीने में दर्द की शिकायत के बाद शनिवार को उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया. अस्पताल के डॉक्टरों ने शनिवार दोपहर करीब 3 बजे मरीज के मौत की सूचना परिजनों को दी. परिजनों को बताया गया कि मरीज का कोरोना टेस्ट करवाया गया था. रिपोर्ट आने के बाद ही परिजनों को बॉडी सौंपी जाएगी. जब मृतक की कोरोना रिपोर्ट आई, तो वह पॉजिटिव निकला. इसके बाद प्रबंधन ने इसकी जानकारी परिजनों को दी और शव परिजनों को नहीं बल्कि नगर निगम को दिया गया, ताकि मृतक का अंतिम संस्कार तय गाइडलाइन के मुताबिक किया जा सके. अस्पताल प्रबंधन ने मृतक के परिजनों से पीपीई किट के पैसे तो ले लिए, लेकिन नियमों के मुताबिक शव को बॉडी बैग में नहीं डाला गया.
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रविवार को 576 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान
प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं. राजधानी रायपुर कोरोना वायरस का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है. लगभग 90 फीसदी एरिया कंटेनमेंट जोन में तब्दील हो चुका है. बावजूद इसके लापरवाही की तस्वीर सामने आ रही है. छत्तीसगढ़ में रविवार को अब तक के सबसे ज्यादा 576 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 15 हजार 621 हो गई है. एक्टिव केस की अगर बात करें, तो प्रदेश में 5 हजार 244 मरीजों का इलाज जारी है. छत्तीसगढ़ में रविवार को 8 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई है. अब तक कोरोना संक्रमण से 142 मरीजों की मौत हो चुकी है.