Navratri 2023: रायपुर के महामाया और काली मंदिर में नवरात्र की तैयारी शुरू, ज्योतिकलश के लिए देने होंगे इतने रुपये
Navratri 2023 शारदीय नवरात्रि की तैयारी शुरू हो चुकी है. रायपुर के मंदिर भी नवरात्र को लेकर सज संवर रहे हैं. ज्योति कलश के लिए भक्तों की रसीद भी काटनी शुरू हो गई हैं.
रायपुर:राजधानी रायपुर सहित पूरे देश में नौ दिनों तक शारदीय नवरात्रि की धूम रहेगी. माहौल पूरी तरह से भक्तिमय रहेगा. साल 2023 में नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से हो रही है जो 23 अक्टूबर तक चलेगी. रायपुर के महामाया मंदिर, काली मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में तैयारियां शुरू कर दी गई है. मंदिरों की साफ-सफाई, रंग रोगन, ज्योति कलश के साथ ही तमाम तरह की तैयारियां शुरू हो गई है.
महामाया देवी मंदिर में ऐसी हो रही तैयारी: सिद्ध पीठ मां महामाया देवी मंदिर में नवरात्रि पर्व को लेकर तैयारियां जोर शोर से की जा रही है. मंदिर की साफ-सफाई, लिपाई पुताई, रंग रोगन के साथ ही ज्योति कलश की रसीद भी काटी जा रही है. ज्योति कलश जलाए जाने वाले कक्षों की भी साफ सफाई की जा रही है.दीपक प्रज्वलित करने के साथ ही भोग भंडारा और श्रृंगार के लिए भी रसीद भक्तों को दिए जा रहे हैं.
महामाया मंदिर में तेल के ज्योति कलश ही प्रज्वलित किए जाते हैं. पिछले साल की तरह इस साल भी ज्योति कलश की राशि भक्तों से 700 रुपये ही ली जा रही है. सिद्धपीठ मां महामाया मंदिर में इस साल पिछले साल की तरह लगभग 11,000 ज्योति कलश प्रज्वलित किए जाने की संभावना है.- पंडित मनोज शुक्ला, पुजारी, महामाया मंदिर
काली मंदिर में नवरात्रि की तैयारी: काली पंडित के पुजारी पंडित मामा ने बताया कि नवरात्रि को लेकर काली मंदिर में साफ सफाई करने के साथ ही रंग रोगन का काम शुरू कर दिया गया है. काली मंदिर में तेल के ज्योति कलश के लिए 900 रुपए लिए जा रहे हैं. घी के ज्योति प्रज्वलित करने पर भक्तों से 2100 रुपए लिए जा रहे हैं. मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस साल काली मंदिर में लगभग 4000 ज्योति कलश जलाने की उम्मीद है. भक्तों की संख्या में भी वृद्धि देखने को मिलेगी.