रायपुर: राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021 (National Tribal Dance Festival 2021) का समापन हो गया है. इस मौके पर सीएम ने इस भव्य आयोजन के लिए सबको धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया. लेकिन आप सबका प्यार और पूरे दुनिया भर के देश के आदिवासी साथियों का सहयोग इसे आदिवासी अंतरराष्ट्रीय महोत्सव (National Tribal Dance Festival 2021) के रूप में परिवर्तित किया. मैं सब का धन्यवाद देता हूं. महोत्सव के समापन अवसर पर सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने राजीव गांधी की न्याय योजना अंतर्गत पंजीयन की तिथि को 10 नवंबर तक बढ़ाये जाने के साथ ही राज्य में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की घोषणा भी की. इस मौके पर सीएम और कई राजनेता कलाकारों के साथ थिरकते दिखे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने इस मौके पर कहा कि आदिवासी महोत्सव के माध्यम से हमने गीत, संगीत, नृत्य और संस्कृति को एक मंच पर पेश करने का काम किया है. ताकि समाज को यह कार्य दिख सके. सीएम ने कहा कि यह समाज उन लोगों का है जो सदियों से हाशिए पर हैं. वहीं हमने देखा कि सभी जगह के जनजातियों में कितनी समानताएं हैं. पहली समानता फसल उत्पादन के समय के उत्सव और दूसरी समानता विवाह के समय का उत्सव का है. आदिवासी वो समाज है, जो प्रकृति से जितनी जरूरत है, उतनी लेते हैं. आदिवासी समाज का नारा सेवा है, यानि प्रकृति व समाज की सेवा.
आदिवासी नृत्य महोत्सव में राहुल गांधी सहित टॉप लीडर की अनुपस्थिति के क्या है मायने ?
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में पुरस्कारों की घोषणा
इस मौके पर राज्यों को पुरस्कार भी बांटे गए. यह पुरस्कार विवाह संस्कार की श्रेणी में दिए गए हैं
1. प्रथम स्थान- झारखंड के नर्तक - 5 लाख रुपये का का चेक, शील्ड और प्रमाण पत्र
2. द्वितीय स्थान -ओडिशा के नर्तक - 3 लाख रुपये का चेक, शील्ड और प्रमाण पत्र
3. तृतीय स्थान - असम के नर्तक - 2 लाख रुपये का चेक, शील्ड और प्रमाण पत्र