रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में रक्षा श्रेणी के उद्योग की पहली उत्पादन इकाई की स्थापना के लिए MoU पर हस्ताक्षर किए गए. यह औद्योगिक इकाई भारत सरकार के विभिन्न सशस्त्र सेनाओं यानी थल सेना, BSF, CRPF और राज्य सरकार के सशस्त्र बलों के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट का उत्पादन करेगी.
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस समारोह में छत्तीसगढ़ शासन के उद्योग विभाग और रक्षा उत्पादों की औद्योगिक इकाई स्थापित करने वाली कम्पनी मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड, दुर्ग के मध्य MoU पर हस्ताक्षर किए गए. इस दौरान उद्योग मंत्री कवासी लखमा भी उपस्थित थे. रक्षा उत्पादों की यह इकाई छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बिरेभांठ गांव में स्थापित की जाएगी. इस इकाई में कम्पनी की ओर से लगभग 87.50 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश किया जाएगा. इस उद्योग के माध्यम से लगभग 150 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा.
बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट का किया जाएगा उत्पादन
प्रथम चरण में रक्षा उत्पादों की यह औद्योगिक इकाई एक-एक लाख बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट का उत्पादन करेगी. मुख्यमंत्री बघेल ने इस इकाई की स्थापना के लिए मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड और उद्योग विभाग के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है. MoU में उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ और मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड के एमडीएस स्वामीनाथन ने हस्ताक्षर किए.
नवम्बर तक शुरू हो जाएगा उत्पादन
प्रमुख सचिव पिंगुआ ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की नई औद्योगिक नीति में रक्षा श्रेणी के उद्योगों को उच्च प्राथमिकता श्रेणी में रखा गया है. छत्तीसगढ़ में स्थापित होने वाली इस प्रथम इकाई के लिए DRDO से तकनीकी के लिए अनुबंध किया गया है. मेसर्स एटमास्टको लिमिटेड के एम.डी. एस स्वामीनाथन ने बताया कि इस इकाई में नवम्बर तक उत्पादन शुरू हो जाएगा.