रायपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग अपने अधिकारियों-कर्मचारियों के लगातार पॉजिटिव पाए जाने से चिंता में है. प्रदेश में 1 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
वैक्सीनेशन के कारण खतरा कम
हालांकि 90 फीसदी पुलिसकर्मियों का वैक्सीनेशन हो चुका है. डॉक्टर्स और वैज्ञानिकों का कहना है कि वैक्सीनेशन जरूर करवाना चाहिए, क्योंकि इसके बाद अगरर कोरोना संक्रमण होता भी है, तो बड़ा नुकसान नहीं होगा. वैक्सीनेशन कोरोना पर काफी प्रभावी है, ऐसा रिसर्च में देखा गया है.
छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन के लिए रजिस्टर्ड 62 हजार 129 पुलिसकर्मियों में से अब तक 55 हजार 937 ने पहली डोज और 34 हजार 905 पुलिसवालों ने दूसरी डोज लगवा ली है. पहली डोज के लिए केवल 6 हजार 137 और दूसरी डोज के लिए 24 हजार 915 पुलिसकर्मी बचे हैं. जो निर्धारित समयावधि पूरी होते ही वैक्सीनेशन कराएंगे.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच कैसे काम कर रहे हैं रायपुर के पुलिसवाले ?
पुलिसकर्मियों का चल रहा इलाज
फिलहाल 1 हजार 306 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिनमें से 247 कर्मी पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं अस्पताल में 116 और होम आइसोलेशन में 928 पुलिसकर्मियों का इलाज अभी जारी है.
वैक्सीनेशन कराने में भी फ्रंट पर छत्तीसगढ़ पुलिस
फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में छत्तीसगढ़ पुलिस कोविड-19 से लोगों के बचाव के लिए लगातार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही है. पिछले साल भी कोविड-19 संक्रमण के दौरान बिना वैक्सीनेशन के भी छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने अपनी ड्यूटी की थी. जिसमें कई जवान संक्रमित हुए और कुछ को जान भी गंवानी पड़ी थी. लेकिन वैक्सीन आने के बाद पुलिसकर्मियों ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और खुद के स्वास्थ्य के साथ ही दूसरों को भी संक्रमण से सुरक्षित किया.