कोरोना के साथ दूसरी बीमारियां हो रही हैं घातक, नहीं बच रहे ऐसे मरीज ! - corona positivity rate in chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में कोरोना के रफ्तार में कमी देखने को मिल रही है. पिछले एक हफ्ते से लगातार नए केस कम होते जा रहे हैं. संक्रमण दर 31 फीसदी से 11 फीसदी पर आ गई है. हालांकि मौत के आंकड़े फिलहाल कम नहीं हो रहे हैं. रोजाना 150 से 200 लोगों की मौत कोरोना से हो रही है. मई के दूसरे हफ्ते में ज्यादातर ऐसे लोगों की जान गई है, जो कोरोना से पहले दूसरी बीमारियों से पीड़ित थे.
छत्तीसगढ़ में कोरोना से होने वाली मौतों में को-मॉर्बिडिटी से होने वाली मौत ज्यादा
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Published : May 17, 2021, 11:05 PM IST
रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले एक हफ्ते से कोरोना संक्रमण (corona infection) के मामलों में कमी देखने को मिल रही है. करीब 45 दिन बाद कोरोना के 5000 से कम नए मरीज मिले हैं. रविवार को प्रदेश में 4888 कोरोना मरीज सामने आए. राज्य में कोरोना के पॉजिटिविटी रेट में भी कमी आई है. अब छत्तीसगढ़ में पॉजिटिविटी रेट (corona positivity rate in chhattisgarh) घटकर 11 फीसदी के आस-पास आ गई है, जो एक वक्त 31 फीसदी तक चली गाई थी. हालांकि प्रदेश में कोरोना से होने वाली मौतें अभी भी चिंता का विषय बनी हुई हैं. हर रोज 150 से 200 लोग इस महामारी से जान गंवा रहे हैं. बड़ी बात ये है कि जिनकी मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ अन्य बीमारियों से ग्रसित रहे हैं.
कोरोना के साथ दूसरी बीमारियां हो रही हैं घातक
को-मॉर्बिडिटी से होने वाली मौत ज्यादा
करीब एक हफ्ते से कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी दर्ज की जा रही है. लेकिन हर रोज 150 से 200 लोगों की मौत कोरोना से हो रही है. 19 अप्रैल से 25 अप्रैल तक की बात की जाए तो प्रदेश में कुल 1338 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. इसमें कोविड से मरने वालों की संख्या 818 है. वहीं को-मॉर्बिडिटी (co morbidity) से मरने वालों की संख्या 520 है. कोविड की दूसरी लहर की शुरुआत में प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या ज्यादा थी. वहीं दूसरी कोरोना और बीमारियों के साथ मरने वालों का आंकड़ा कम था. लेकिन अब कोरोना विथ को-मॉर्बिडिटी से मरने वालों की संख्या ज्यादा है. पिछले 1 हफ्ते यानी 10 मई से 16 मई की बात की जाए तो इस दौरान टोटल 1164 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. जिसमें कोरोना से मरने वालों की संख्या 530 है. वहीं को-मॉर्बिडिटी से मरने वालों की संख्या 634 है.
मेकाहारा अस्पताल में कोरोना ICU डिपार्टमेंट हेड डॉक्टर ओपी सुंदरानी ने बताया कि को-मॉर्बिडिटी का मतलब यह है कि हमको कोरोना के साथ पहले से ही कुछ और बीमारियां थीं. यह कॉमन ऑब्जर्वेशन है. पूरे देश में जो डायबिटीज के पेशेंट होते हैं. उनकी इम्युनिटी पहले से ही कम होती है. ऐसे पेशेंट इलाज के लिए अगर लेट करते हैं, तो उनमें रिकवरी के चांसेस बहुत कम होते हैं. जो कैंसर के पेशेंट हैं उनकी इम्युनिटी कम होती है. जो किडनी की पेशेंट हैं और डायलिसिस पर हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. जो हार्ट के पेशेंट हैं उनको भी पहले से प्रॉब्लम होती है ऐसे पेशेंट में आउटकम अच्छा नहीं रहता. यही कारण है को-मॉर्बिडिटी से लोगों की ज्यादातर मौत होती है.
पिछले 4 हफ्तों में कोरोना और को-मॉर्बिडिटी से मरने वालों का आंकड़ा