रायपुर:सूर्य ग्रह सभी 12 राशियों में एक-एक माह भ्रमण करता है. इस तरह सूर्य एक साल में सभी 12 राशियों का एक चक्कर पूरा कर लेता है. 15 जून गुरुवार को सूर्य का आगमन मिथुन राशि में होने वाला है. भरणी उपरांत कृतिका नक्षत्र सुकर्मा योग पदम योग तैतिल और वव करण के सुंदर प्रभाव में सूर्य का आगमन होगा. इसे मिथुन संक्रांति के नाम से उत्कल प्रदेश में जाना जाता है. मिथुन राशि बुध की राशि मानी जाती है. सूर्य और बुध मित्र माने जाते हैं. बुध ग्रह सुमति, ज्ञान, चेतना, वाणी, कम्युनिकेशन स्किल, सोचने की कला, वाकपटुता का ग्रह माना गया है.
एक माह तक रहेगा प्रभाव: वृश्चिक और कर्क राशि के जातकों को इस मिथुन संक्रांति में पूरी सावधानी से काम करना होगा. लगभग 1 महीने तक इसका प्रभाव रहेगा. मिथुन संक्रांति में इन राशि के जातकों को सतर्कता रखना आवश्यक है. किसी भी किस्म की लापरवाही गंभीर हो सकती है. वहीं, मीन राशि वाले जातकों को भी मातृ पक्ष से अच्छे संबंध बनाकर रखना होगा. माता की सेवा करने से लाभ मिलेगा. मिथुन संक्रांति में ही योग दिवस, गुप्त नवरात्रि, रथ यात्रा, देवशयनी एकादशी, पंढरपुर यात्रा, गुरु पूर्णिमा जैसे पर्व मनाए जाएंगे.
राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव:
मेष राशि: पराक्रम बढ़ेगा, आत्मविश्वास से कार्य सिद्ध होंगे. मित्र और बंधुओं का सहयोग मिलेगा.
वृषभ राशि: कुटुंबी जनों का साथ मिलेगा. कुटुंबी जन आपका साथ देंगे. परिवारजनों के बीच समय व्यतीत होगा.
मिथुन राशि: व्यक्तित्व का विकास होगा, अध्ययन श्रम और पुरुषार्थ से लाभ मिलेगा, कर्मठता बनाए रखें, मित्रों का सहयोग मिल सकता है.
कर्क राशि: सावधानी सजगता रखें, खर्च से दूर रहें, सावधानी से चलें, आत्मीयजनों का साथ मिलेगा.