रायपुर: Missing parrot found in Raipur पिछले 6 दिनों से लापता एक तोता वापस अपने मालिक के घर पहुंच गया है. तोता के घर पहुंचते ही परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है. तोता के लापता होने के बाद से ही परिवार में मायूसी थी. आलम यह था कि तोते के लिए मालिक ने तोता खोजकर लाने वाले शख्स को 11 हजार रुपये देने का ऐलान कर दिया था. इसके लिए मालिक ने बकायदा एक इश्तिहार जारी किया था. लेकिन शनिवार को तोता सकुशल अपने आप घर आ गया. Raipur Ghanshyam Vishwakarma parrot came back
क्या है पूरा मामला: यह पूरी कहानी रायपुर के विकास विहार कॉलोनी की है. जहां रहने वाले एक मैकेनिकल इंजीनियर घनश्याम विश्वकर्मा ने एक तोता पाल रखा था. यह तोता उन्होंने बच्चों के कहने पर लगभग 18 साल पहले फाफाडीह से खरीदा था. विश्वकर्मा परिवार के द्वारा इस तोते का नाम मिम्मु रखा गया. यह मिम्मु तोता उनके परिवार का एक हिस्सा था. जो अचानक 6 नवंबर को गायब हो गया. reward for Missing parrot in Raipu
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तोते के लिए इनाम की घोषणा: उसके गायब होने के बाद विश्वकर्मा परिवार में मायूसी छा गई. परिवार के सदस्य बिना मिम्मु तोते के परेशान हो गए. मिम्मु (तोता) को ढूंढने के लिए उन्होंने आस पड़ोस सहित जान पहचान वालों से संपर्क किया. बावजूद इसके मिम्मु (तोता) नहीं मिला. अंत में थक हार कर घनश्याम विश्वकर्मा ने एक इश्तिहार जारी किया. जिसमें उन्होंने मिम्मु तोता को ढूंढ कर लाने वालों को 11000 रुपये देने का ऐलान किया.इनाम के एलान के बाद घनश्याम के पास कई फोन आए और उनके द्वारा तोते की फोटो भी भेजी गई. लेकिन इनमें से एक भी फोटो घनश्याम के तोते मिम्मू की नहीं थी इसके बाद भी घनश्याम ने हिम्मत नहीं हारी और तोते की खोज लगातार जारी रखा.
तोता खोजने को लेकर इनाम की घोषणा
घर वाले तोते के आने से खुश:इसी बीच शनिवार को घनश्याम का एक पड़ोसी उनके पास पहुंचा. उसने बताया कि मिम्मु तोता उड़ कर उनके घर पर आ गया था. पड़ोसी से मिम्मु (तोता) मिलने के बाद घनश्याम और उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. सभी ने राहत की सांस ली, कि 6 नवंबर से लापता उनका मिम्मु (तोता) सकुशल घर लौट आया है. ता दें की घनश्याम के ताेते की खास बात यह थी कि वह घर के सभी सदस्यों को उसके नाम से जानता था और पुकार लगाता था. इतना ही नहीं वह सबको सही समय पर भोजन करने की हिदायत देता था. खुद डायनिंग टेबल पर बैठकर इसकी निगरानी भी करता था.
तोते के मालिक घनश्याम विश्वकर्मा