रायपुर: छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कांकेर और कबीरधाम जिले से लापता दो पुलिस जवानों के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिलने की खबर को गंभीरता से लिया है. उन्होंने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन पर लापता जवानों की तत्काल पतासाजी करने के निर्देश दिए हैं.
कांकेर जिले के कोड़ेकुर्से थाना में पदस्थ सहायक आरक्षक 28 अप्रैल की सुबह करीब 6 बजे थाने से निकला था, जो अभी तक वापस नहीं लौटा है. दो जिलों की पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन जवान का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है.
अपहरण या आपसी रंजिश ? कांकेर में लापता पुलिस जवान का अब तक सुराग नहीं
परिजनों ने जताया नक्सलियों पर शक
मनोज नेताम के सहायक आरक्षक के पद पर भर्ती होने के पहले नक्सलियों ने उससे पुलिस मुखबिरी के शक में मारपीट की थी. परिजन और ग्रामीणों का कहना है कि मनोज के लापता होने के पीछे नक्सलियों का ही हाथ है. हालांकि पुलिस मामले में हर एंगल से जांच करने की बात कह रही है.
कवर्धा: पुलिस कैंप से CAF का एक जवान लापता
कवर्धा में भी एक जवान लापता
जवान के लापता होने की दूसरी घटना कबीरधाम जिले की है. जहां सीएएफ के 20 वीं बटालियन के सहायक उप निरीक्षक क्रिस्टोफर लकड़ा 21 अप्रैल से लापता हैं. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर बनाए गए पुलिस कैंप से लकड़ा के गायब होने की सूचना मिली है. रेंगाखर थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है. गृह मंत्री ने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को जांच में तेजी लाते हुए सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.