रायपुर: छत्तीसगढ़ में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसे लेकर अब सरकार भी चिंतित है. राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने रविवार को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई. बैठक में लगातार बढ़ रहे अपराधों की समीक्षा की गई. यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रखी गई थी. जिसमें डीजीपी डीएम अवस्थी, गृह सचिव, आईजी, एसपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी मौजूद रहे.
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू दिन में लिखा-पढ़ी करें, लेकिन शाम को सड़कों पर रहें तैनात
बैठक के दौरान गृहमंत्री ने पुलिस के आला अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपराध पर अंकुश लगाने हर संभव कदम उठाया जाए. इस दौरान गृहमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि पुलिसकर्मी दिन के समय थानों में लिखा पढ़ी का काम करें, लेकिन शाम और रात को जब भीड़ ज्यादा रहती है, इस दौरान सड़कों पर तैनात रहें. जिससे कानून व्यवस्था बनी रहे और अपराध पर अंकुश लगाया जा सके.
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'लॉकडाउन के बाद शहरों में बढ़ा अपराध'
मंत्री ताम्रध्वज साहू ने छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे अपराधों की समीक्षा के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि लॉकडाउन के बाद शहरों में अपराध बढ़ा है. मजदूरों की वापसी और ठेले-गुमटी वालों का रोजगार छिन गया है. गांव में हमने मनरेगा के तहत रोजगार दिया है, लेकिन शहरों में रोजगार की कमी के कारण अपराध बढ़ा हैं. मजदूर और छोटे कारोबारी रोजगार नहीं मिलने से आपराधिक प्रवृत्ति की तरफ बढ़ रहे हैं.
अधिकारियों को कार्य संस्कृति में बदलाव के निर्देश
कानून व्यवस्था को लेकर गृह मंत्री ने कहा कि एक 2 जिलों में क्राइम बढ़ा है, बाकी जगह कमी आई है. अधिकारियों को कार्य संस्कृति में बदलाव के निर्देश दिए गए हैं. 24 घंटे का टाइम टेबल बनाकर काम करने को कहा गया है. शाम के समय अनिवार्य रूप से पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं.
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'पुलिस विभाग में स्टाफ की कमी जरूर है'
स्टाफ की कमी की बात को लेकर गृह मंत्री ने कहा कि, पुलिस विभाग में स्टाफ की कमी जरूर है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि इस वजह से अपराध बढ़ रहे हैं. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में हत्या, चाकूबाजी सहित अन्य अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. जिसे लेकर गृहमंत्री ने चिंता जाहिर की है और अपराध पर लगाम कैसे लगाई जाए, इसे लेकर रणनीति बनाई गई है.