रायपुर: राजधानी के करीब कौशल्या की जन्मभूमि चंदखुरी में जल्द ही भव्य मंदिर का निर्माण होगा. बुधवार को सीएम भूपेश बघेल अपने पूरे परिवार के साथ माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे. सीएम ने मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की. इस दौरान सीएम ने बताया कि अगस्त के तीसरे हफ्ते से मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
माता कौशल्या की जन्मभूमि चंदखुरी में जल्द होगा भव्य मंदिर का निर्माण- सीएम भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में जल्द ही माता कौशल्या का भव्य मंदिर निर्माण होने वाला है. राम वन गमन पथ के तहत इस मंदिर को विकसीत किया जा रहा है. सीएम भूपेश बघेल ने बताया कि अगस्त के तीसरे हफ्ते मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा.
सीएम भूपेश बघेल ने मंदिर के सौन्दर्यीकरण और परिसर के विकास के लिए तैयार परियोजना की विस्तृत जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर के सौन्दर्यीकरण के दौरान मंदिर के मूलस्वरूप को यथावत रखते हुए यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार राम वन गमन पथ पर पड़ने वाले महत्वपूर्ण स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रही है. इसकी शुरूआत चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य के बीते 22 दिसंबर को भूमि-पूजन के साथ कर दी गई है. भव्य मंदिर की निर्माण की कार्ययोजना में परिसर में विद्युतीकरण, तालाब का सौंदर्यीकरण, घाट निर्माण, पार्किंग, परिक्रमा पथ का विकास आदि कार्य शामिल किए गए हैं.
अगस्त के तीसरे हफ्ते शुरू होगा निर्माण
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि 'छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. यहां कण-कण में भगवान राम बसे हुए हैं. भगवान राम ने वनवास का बहुत सा समय यहां व्यतीत किया है. छत्तीसगढ़ सरकार भगवान राम के वन गमन मार्ग को पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित कर रही है ताकि इन स्थलों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिल सके. बघेल ने कहा कि चंदखुरी में 15 करोड़ की लागत से सौन्दर्यीकरण का कार्य कराया जाएग. उन्होंने इस अवसर पर यहां तालाब के बीच से होकर गुजरने वाले पुल की मजबूती के साथ ही यहां परिक्रमा पथ, सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला और शौचालय बनाने कहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सौन्दर्यीकरण कार्य का भूमिपूजन हो गया है. यहां अगस्त के तीसरे सप्ताह से निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा.'