रायपुर: राजधानी रायपुर के सबसे पुराने स्कूल जेएन पांडे स्कूल में शुक्रवार की रात लगभग 11:00 बजे अचानक आग लग गई. यह आग स्कूल के स्टोर रूम में लगी. आग की घटना में वहां रखी किताबें और फर्नीचर पूरी तरह से जल गई. आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम पहुंचने के बाद लगभग ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. लाखों रुपए के सामान आग में जलकर नष्ट हो गए.
जेएन पांडे स्कूल में लगी भीषण आग, स्टोर में रखी किताबें और फर्नीचर खाक - Massive fire broke out in Raipur JN Pandey school
रायपुर के जेएन पांडे स्कूल में अचानक आग लग गई. आग लगने से लाखों का सामान खाक हो गया. कई घंटे के बाद कड़ी मशक्कत के बाद आग पर अग्मिशमनकर्मी ने आग पर काबू पा लिया.
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आग की सूचना पर जनप्रतिनिधि पहुंचे घटनास्थल: शुक्रवार देर रात लगी आग की सूचना मिलते ही रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल और नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर भी घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया. जेएन पांडे स्कूल में लगी आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 3 गाड़ियां बुलाई गई थी. लगातार जनप्रतिनिधि आगलगी का जायजा लेते रहे.
जेएन पांडे स्कूल की पिछले हिस्से में लगी आग, धधक हो उठी आग:स्कूल के पिछले हिस्से में विद्याचरण शुक्ल चौक के पास कुछ लोगों ने आग की लपटें और धुआं निकलते देखा. तब लोगों को लगा था कि कचरे में आग लगी होगी. जिसके बाद आग में धीरे-धीरे विकराल रूप ले लिया. जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को दी गई. देर रात की घटना के दौरान स्कूल का कोई भी स्टाफ या बच्चे नहीं था. स्कूल की देखभाल करने वाला चौकीदार अपने परिवार के साथ वहां मौजूद था. फायर ब्रिगेड की टीम आने के बाद आसपास के इलाकों की बिजली की लाइन काट दिया गया था. इसके बाद आग बुझाने का ऑपरेशन शुरू किया गया. लगभग ढाई घंटे तक ऑपरेशन चला. लेकिन आग कैसे लगी यह बात अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है.
अंग्रेज जमाने का था जेएन पांडे स्कूल: रायपुर का जेएन पांडे स्कूल देश की आजादी के पहले का स्कूल है और इस स्कूल को अंग्रेज चलाया करते थे. यही पढ़ने वाले क्रांतिकारी जेएन पांडे ने स्कूल की छत पर तिरंगा लहरा दिया था. देश की आजादी के बाद स्कूल का नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया, जिसे आज लोग जेएन पांडे स्कूल के नाम से जानते हैं और पहचानते हैं.