रायपुर : साल 2022 में धनतेरस और दीपावली पर्व में कारोबार और व्यापार जिसमें सर्राफा कारोबार, ऑटोमोबाइल सेक्टर, कपड़ा कारोबार और घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामान पूरे छत्तीसगढ़ में धनतेरस और दीपावली के इन 2 दिनों में पूरे प्रदेश में लगभग 3800 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है. बीते 2 सालों तक कोरोना की वजह से बाजार में मंदी छाई हुई थी लेकिन साल 2022 में मार्केट में उछाल देखने को मिला (Market on boom in Chhattisgarh on Dhanteras Diwali) है.
कपड़ा कारोबार की बात करें तो कपड़ा और गारमेंट का कारोबार धनतेरस और दीपावली के इन 2 दिनों में रायपुर में लगभग 150 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है पूरे छत्तीसगढ़ की बात करें तो कपड़े का कारोबार लगभग 500 करोड़ रुपए का हुआ है.
धनतेरस और दीपावली के इन 2 दिनों में साल 2022 में घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामान रायपुर में लगभग 100 करोड़ों रुपए का व्यापार हुआ है इसके साथ ही पूरे छत्तीसगढ़ की बात की जाए तो घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामान 300 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ है.
इसी तरह धनतेरस और दिवाली में सर्राफा कारोबार की बात की जाए तो साल 2022 में रायपुर में लगभग 150 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ इसके साथ ही पूरे प्रदेश में सराफा का कारोबार लगभग 500 करोड़ रुपए का कारोबार सर्राफा बाजार में हुआ है.
इसी तरह साल 2022 में दीपावली और धनतेरस पर्व के दौरान ऑटोमोबाइल सेक्टर में दोपहिया और चार पहिया वाहन की बात करें तो रायपुर में 800 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है इसके साथ ही पूरे छत्तीसगढ़ में 2500 करोड़ रुपए का कारोबार ऑटोमोबाइल सेक्टर में हुआ है.
कोरबा में 300 करोड़ के कारोबार का अनुमान :कोरबा (korba bazar detail ) में कोरोना के 2 साल बाद इस बार धनतेरस से लेकर दीपावली तक बाजार में जमकर खरीदारी हुई है. इस वर्ष कोरोना वायरस से संबंधित कोई पाबंदी नहीं थी. जिसका फायदा बाजार को मिला. उपभोक्ताओं ने भी जमकर खरीदारी की. कोरबा को प्रदेश की राजधानी के तौर पर पहचाना जाता है. जहां सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बालको, एनटीपीसी, एसईसीएल के साथ ही सीएसईबी के भी हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं. इन सभी सार्वजनिक क्षेत्र के प्रबंधन ने लगभग 130 करोड रुपए का बोनस कर्मचारियों को बांटा था. यह सारा पैसा बाजार में अच्छे कारोबार के तौर पर परिलक्षित हुआ.business in many cities of Chhattisgarh
धनतेरस से लेकर दीपावली के बीच बात करें ऑटोमोबाइल सेक्टर की तो दोपहिया और चार पहिया वाहनों को मिलाकर लगभग 100 करोड रुपए का कारोबार हुआ. इस बार बाजार में ट्रैक्टर की भी जमकर खरीदारी हुई है. दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्र के किसानों ने खेती के लिए ट्रैक्टर की खरीदारी की, इसके अलावा सराफा और फर्नीचर की भी जमकर मांग रही. जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के संरक्षक राम सिंह अग्रवाल ने बताया कि "इस वर्ष कोरोना काल के 2 साल बाद बाजार में अच्छा व्यापार हुआ है. अनुमान के मुताबिक लगभग 300 करोड़ का कारोबार पूरे कोरबा जिले में हुआ है. जिससे व्यापारियों में हर्ष व्याप्त है. हमने लोगों से ऑनलाइन खरीदारी नहीं करने की भी अपील की थी. उसका असर भी देखने को मिला और लोगों ने त्योहार के मौके पर लोकल बाजार से ही जमकर खरीदारी की है".
बिलासपुर में बाजार में लौटी रौनक :बिलासपुर में दीपावली का पर्व इस बार व्यापारियों के लिए धनवर्षा वाला साबित हुआ है. ऑटो सेक्टर से लेकर गोल्ड मार्केट और क्लॉथ सेक्टर में ग्राहकों की भीड़ रही. जिले में लगभग 4 से साढ़े चार सौ करोड़ रुपए के बिजनेस होने की उम्मीद जताई गई है. व्यापारियों ने बताया कि इससे भी ज्यादा के बिजनेस हुए होंगे उनके पास अभी सही आंकड़े तो नहीं आया है. व्यापारी पर्व खत्म हो के बाद सही आंकलन कर जानकारी देने की बात कर रहे हैं. अनुमानित व्यापार की बात करें तो 4 से साढ़े 4 सौ करोड़ से ज्यादा का व्यापार हुआ है.
सरगुजा में कारोबारियों की बल्ले-बल्ले :सरगुजा संभाग (sarguja bazar detail ) में दीपावली और धनतेरस का बाजार इस वर्ष करीब 4 सौ करोड़ के करीब रहा. संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में धनतेरस के 2 दिनों में सौ करोड़ के बिजनेस का अनुमान रहा तो वहीं दीपावली का कुल बाजार डेढ़ सौ करोड़ से अधिक आंका गया. इसी तरह संभाग के सभी जिलों में करीब 4 सौ करोड़ से अधिक का व्यवसाय आंका गया है. दीपावली में सबसे अधिक बिजनेस ऑटो मोबाइल सेक्टर ने किया है. कुल बिजनेस का करीब 50% अकेले आटोमोबाइल के खाते में गया है वहीं दूसरे स्थान पर ज्वेलरी व्यवसाय रहा है. धनतेरस में मुख्य रूप से ज्वेलरी और आटोमोबाइल की बिक्री रही है. करीब 30 प्रतिशत बाजार सोने चांदी का माना जा रहा है. व्यापारी संघ के लोग बताते हैं की पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष बिजनेस करीब 35% कम रहा है. ऑनलाइन मार्केट ने छोटे बिजनेस को बर्बाद कर दिया है. बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक में खासी मंदी रही है.