रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस का संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही इस बीमारी से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. प्रदेश में कोरोना वायरस अब तक 29 लोगों को लील चुका है. कोरोना संक्रमण की तेजी से बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सूबे के मुखिया ने आपात बैठक बुलाई थी, जिसमें 22 जुलाई से प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है.
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में 22 जुलाई से लॉकडाउन लगा दिया गया है. लॉकडाउन के 7 दिनों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसे लेकर अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि किस तरीके से काम करना है, क्योंकि विभाग मान रहा है कि 22 से 28 जुलाई तक अगर स्थिति संभल गई तो मानिए हालात एक बार फिर पटरी पर आ सकते हैं.
इन जिलों में लॉकडाउन
- रायपुर में 22 जुलाई से 28 जुलाई तक लॉकडाउन रहेगा.
- कोरबा में 22 जुलाई से 28 जुलाई तक लॉकडाउन.
- बेमेतरा जिले में 22 जुलाई से 4 अगस्त तक लॉकडाउन है.
- मुंगेली में भी 22 जुलाई से 28 जुलाई तक लॉकडाउन.
- दंतेवाड़ा में आज रात 12 बजे से लॉकडाउन.
- अंबिकापुर में 22 जुलाई से लॉकडाउन.
- बलौदाबाजार में 22 जुलाई से 28 जुलाई रात तक लॉकडाउन.
- दुर्ग जिले में 23 जुलाई से 29 जुलाई तक लॉकडाउन.
- जगदलपुर में 23 जुलाई से लॉकडाउन का फैसला.
- राजनांदगांव में 23 जुलाई रात से 29 जुलाई तक लॉकडाउन का फैसला.
- बिलासपुर में 23 जुलाई से लॉकडाउन का फैसला.
- जांजगीर-चांपा में 24 जुलाई से लॉकडाउन.
- रायगढ़ और जशपुर में 22 जुलाई से आंशिक लॉकडाउन
लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों और इसके प्रभाव को लेकर मेकाहारा के कोविड-19 अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. आर पांडा का कहना है कि इस दौरान सबसे अधिक महत्वपूर्ण यदि कुछ है तो वह यह है कि हम गाइडलाइंस का पालन करें, एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें. मास्क लगाना बेहद जरूरी है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी है कि वह अपनी कैपेसिटी बढ़ाएं.
कोरोना टेस्ट क्षमता में बढ़ोतरी