रायपुर: नगर निगम रायपुर की ओर से सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो चुका है. तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए ब्लूप्रिंट तैयार किया गया था, जिसमें तालाब पर लक्ष्मण झूले का निर्माण करना था लेकिन एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के कारण अब बूढ़ा तालाब में लक्ष्मण झूले का निर्माण नहीं किया जाएगा.
महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि बूढ़ातालाब सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट के लिए दो डिजाइन बनाया गया था. इसमें लक्ष्मण झूला भी शामिल था, लेकिन NGT और सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के कारण अब तालाब में लक्ष्मण झूला बनना संभव नहीं है. इसलिए अब वहां फ्लोटिंग पाथ वे बनाया जाएगा.
झूला निर्माण से जुड़ा प्रोजेक्ट रद्द
बूढ़ातालाब को नए स्वरूप में संवारने के लिए 30 करोड़ का प्लान बनाया गया था, लेकिन किसी समस्या के कारण 15 करोड़ रुपए का काम फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. बता दें कि नगर निगम के सप्रे मैदान को छोटा किए जाने पर स्थानीय लोगों के साथ भारतीय जनता पार्टी ने इसका विरोध भी किया है. इसे लेकर कई दिनों तक विवाद चलता रहा. वहीं महापौर ने कहा कि आज तक बूढ़ा तालाब के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं. लेकिन तालाब को बेहतर स्वरूप नहीं दिया जा सका है. आज बूढ़ा तालाब को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के तौर पर तैयार किया जा रहा है. तो लोगों को तकलीफ हो रही है. वहीं सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा किए जाने के विरोध को लेकर महापौर ने इसे प्रायोजित बताया है. अगर वहां विरोध किया जाना था तो खिलाड़ियों को विरोध करना था. जो खिलाड़ी वहां रोजाना खेलने आते हैं. महापौर ने बताया कि जब खिलाड़ियों को ड्राइंग और डिजाइन दिखाई गई तो वे सभी इस काम से संतुष्ट हैं.
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पहले भी तीन बार सप्रे स्कूल के मैदान को छोटा किया गया है. लेकिन वहां किसी प्रकार का डेवलपमेंट नहीं हो पाया. नगर निगम ने इस बार मैदान को 5 से 6 मीटर छोटा करने की योजना बनाई है. इस योजना में बूढ़ा तालाब को संवारने के लिए 2 से ढाई करोड़ राशि के खर्च की योजना बनाई गई है.