Bribery On Recruitment In Forest Guard: रायपुर में लेडी नटवरलाल गिरफ्तार, फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती के नाम पर ले रही थी रिश्वत !
रायपुर पुलिस ने लेडी नटवरलाल को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी महिला का नाम श्वेता देवांगन है. जो सोशल मीडिया पर वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती की खबर फैलाकर लोगों से रिश्वत मांग रही थी. Lady Natwarlal arrested in Raipur
रायपुर में लेडी नटवरलाल गिरफ्तार
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Published : Jun 16, 2023, 11:14 PM IST
रायपुर: रायपुर पुलिस ने फॉरेस्ट गार्ड भर्ती की खबर सोशल मीडिया में वायरल कर रिश्वत मांगने वाली महिला श्वेता देवांग को गिरफ्तार किया है. महिला आरोपी ने अब तक 3 लोगों से लगभग 4 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की थी. महिला आरोपी के कब्जे से पुलिस ने वन विभाग के आवेदन फार्म, एक मोबाइल, एक रजिस्टर बरामद किया है. तेलीबांधा पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 420 के तहत कार्रवाई की है.
गिरफ्तारी पर रायपुर पुलिस ने क्या कहा: रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि " साधेलाल बंजारे ने तेलीबांधा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि, रायपुर के वन विभाग में वह रेंजर के पद पर पदस्थ है. वन विभाग के रेंजर ने ही सोशल मीडिया में भर्ती को लेकर वायरल वीडियो के बारे में पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. रेंजर ने बताया कि वर्तमान में पूरे छत्तीसगढ़ में राज्य में वन विभाग में गार्ड की भर्ती को लेकर विज्ञापन सर्कुलेट किया जा रहा है. शासन के द्वारा सीधी भर्ती के तहत फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती प्रक्रिया से संबंधित फिजिकल टेस्ट के बाद भर्ती हो रही है. इस बात का भी प्रचार किया जा रहा है."
साधेलाल बंजारे ने बताया कि" इसके तहत कहा जा रहा है कि वन विभाग में निकली भर्ती के तहत अधीनस्थ एजेंसी में फिजिकल टेस्ट हो रहा है.15 जून 2023 को सोशल मीडिया के माध्यम से यह प्रचार किया गया. उसके बाद मंगलम सर्विसेस रूम नंबर 506 में रिश्वत लेने की प्रक्रिया की बात सामने आई. यहां शुभम कॉरपोरेट तेलीबांधा रायपुर की संचालिका द्वारा वन विभाग में भर्ती के नाम पर डेढ़ लाख रुपए एडवांस और सलेक्शन लिस्ट में नाम आने के बाद 5 लाख रुपए मांगा गया. कुल 17 लोगों का टारगेट मिलने की बात सामने आई थी. महिला आरोपी का इस तरह का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था."
ऐसे आरोपी महिला हुई गिरफ्तार: इस तरह की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद रायपुर पुलिस हरकत में आई. तेलीबांधा पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने बारीकी से केस की जांच की. उसके बाद आरोपी महिला श्वेता देवांगन को हिरासत में लिया गया. उससे पूछताछ की गई. उसने बताया कि वह बेरोजगारों को प्राइवेट नौकरी दिलाने का काम करती है. आरोपी श्वेता देवांगन का वन विभाग के किसी भी अधिकारी से कोई लेना देना नहीं है. महिला आरोपी श्वेता देवांगन ने पुलिस को बताया कि जिन लोगों ने नौकरी के लिए अप्लाई किया था, अगर उनकी नौकरी लग जाती तो वह पैसा अपने पास रख लेती और नौकरी नहीं लगता तो वह पैसा बेरोजगारों को वापस लौटा देती. लेकिन उसके पहले ही पुलिस ने महिला आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. महिला आरोपी श्वेता देवांगन रायपुर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के अमलीडीह की रहने वाली है.