रायपुरः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) में चाकूबाजी (stabbing) के मामलों में दिनो-दिन बढ़ोत्तरी है देखी जा रही है. वहीं, त्यौहारी सीजन (festive season) में 10 बड़ी चाकूबाजी की वारदातें हुई है, जिसमें 2 की मौत और 8 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. जिले में लगातार हो रही चाकूबाजी से स्थानीय लोग खौफज़दा हैं. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने चाकूबाजी की घटना की पड़ताल की, तो पता चला कि जनवरी से लेकर सिंतबर तक जिले में 206 चाकूबाजी की वारदात हुई है. जिसमें जिले के 31 थानों में से कोतवाली थाना (Kotwali police station) अव्वल नम्बर (Number one) पर है.
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कोतवाली में सबसे अधिक चाकूबाजी
बताया जा रहा है कि जनवरी से लेकर सितंबर तक जिले के सभी थानों में 206 चाकूबाजी की घटना हुई है. जिसमें कोतवाली थाने में 19 चाकूबाजी के मामले दर्ज हुए हैं. इसी के साथ कोतवाली थाना जिले के सभी थानों में चाकूबाजी के मामले सबसे ऊपर है. वहीं, सिविल लाइन और पुरानीबस्ती थाना चाकूबाजी के मामले में दूसरे पायदान पर हैं. दोनों थानों में 17-17 चाकूबाजी के मामले दर्ज हुए हैं.
जिले के इन तीन थानों में नहीं हुई चाकूबाजी
हालांकि जिले के तीन थाने ऐसे भी हैं, जिनमें चाकूबाजी के एक भी वारदात सामने नहीं आये है. दरअसल, पुलिस विभाग से जो आंकड़ा निकल कर सामने आया है. उसमें जनवरी से लेकर सितंबर तक जिले के मौदहापारा, राखी और नवापारा थाना में ऐसे कोई मामले नहीं हुए है. बताया जाता है कि एक समय था जब मौदहापारा थाना क्षेत्र में अक्सर चाकूबाजी की घटनाएं देखने को मिलती थी, लेकिन जनवरी से लेकर सितंबर तक के आंकड़ों पर नजर डालें, तो मौदहापारा थाना क्षेत्र में एक भी चाकूबाजी की वारदात नहीं हुई है.