रायपुर :रायपुर नगर निगम की सामान्य सभा में आज महापौर एजाज ढेबर ने नगर निगम के वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया. महापौर ने 14 सौ 75 करोड़ रुपए का बजट पेश किया. निगम की सामान्य सभा को देखने राज्यपाल अनुसूइया उइके भी पहुंचीं थीं. ऐसा छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार हुआ कि सामान्य सभा में कोई राज्यपाल पहुंचा हो. वहीं हंगामे के कारण सभापति को नेता प्रतिपक्ष समेत 8 पार्षदों को निलंबित कर दिया. हालांकि महापौर के आग्रह पर सभापति ने पार्षदों का निलंबन वापस ले लिया.
रायपुर नगर निगम की हंगामेदार सामान्य सभा में महापौर एजाज ढेबर ने नगर निगम का 14 सौ 75 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तुत किया. सामान्य सभा की शुरुआत से ही भाजपा पार्षदों ने महापौर ढेबर पर संपत्तिकर और यूजर चार्ज मामले में वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आसंदी का घेराव कर दिया. भाजपा पार्षदों का प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि बड़ी संख्या में पार्षद सभापति तक
पहुंच गए. समझाइश के बाद भी पार्षद नहीं माने तो सभापति प्रमोद दुबे ने नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे समेत आठ पार्षदों को निलंबित कर दिया.
यह भी पढ़ें : रायपुर नगर निगम सामान्य सभा की बैठक में पहुंचीं राज्यपाल, छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों की तारीफ की
इसके बाद भाजपा पार्षद और उग्र हो गए और निगम मुख्यालय की सीढ़ियों पर जाकर विरोध-प्रदर्शन करने लगे. निर्दलीय पार्षद अमल बंसल विरोध करने मच्छरदानी पहन कर सामान्य सभा में पहुंचे. इस दौराना राज्यपाल का समय होने लगा तो सभापति ने पार्षदों का निलंबन तो वापस ले लिया, लेकिन भाजपा पार्षदों ने राज्यपाल के आने के बाद भी सामान्य सभा में हिस्सा नहीं लिया. महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए. सामान्य सभा कक्ष में जगह भरने के लिए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को विपक्ष की जगह पर बिठाया गया. राज्यपाल अनुसूइया उइके ने अपने संबोधन में कहा कि पार्षद जनता की समस्याओं को लेकर संवेदनशील रहें. अंहकार न करें. पार्षद पद राजनीति की शुरुआती पाठशाला होती है.
मेयर ने विपक्ष की गैरमौजूदगी में ही शुरू कर दिया बजट अभिभाषण
इधर, राज्यपाल के संबोधन और उनके जाने के बाद महापौर ने विपक्ष की गैरमौजूदगी में ही बजट अभिभाषण शुरू कर दिया. कुछ देर बाद भाजपा पार्षद दल सामान्य सभा में शामिल हुआ. बजट पेश होने के बाद नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि बजट निराशाजनक है. महापौर पिछले बजट का 60 प्रतिशत पैसा भी राज्य सरकार से नहीं ला पाए हैं. इस बार भी बजट में सिर्फ स्मार्ट सिटी और राज्य सरकार के योजनाओं का बखान है. जबकि महापौर ने कहा कि बजट हर तबके के लोगों को लाभ पहुंचाने वाला है. महिलाओं सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वलंबन, रायपुर के समद्र विकास को केंद्र में रखा कर बनाया गया बजट है. बजट में महापौर ने वर्ष 2022 और 23 का विजन रखा.
डालिये रायपुर नगर निगम बजट पर एक नजर
- 14 सौ 75 करोड़ का है नगर निगम का बजट.
- 90 लाख रुपए घाटे का है.
- नगर निगम के बजट में आपदा राहत निधि के लिए 10 करोड़.
- आवास योजना के लिए 310 करोड़.
- अमृत मिशन योजना के लिए 199 करोड़ रुपए का प्रावधान.
- सॉलिड वेस्ट डोर टू डोर कलेक्शन के लिए 42 करोड़ का प्रावधान.
- आय बढ़ाने कमर्शियल कॉप्लेक्स निर्माण, सार्वजनिक प्रसाधन के लिए करोड़ों का प्रावधान.
- शहर में नाला निर्माण के लिए 50 लाख का प्रावधान.
- तात्यापारा नहर पारा सड़क चौड़ीकरण के लिए 20 करोड़ का प्रावधान.
- चौराहों के सौंदर्यीकरण और नए मार्ग निर्माण के लिए 15 करोड़ का प्रावधान.
- मुख्यमंत्री द्वारा घोषित योजनाओं के लिए 180 करोड़ का बजट.
- सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए डेढ़ करोड़ का प्रवधान.
- गौधन न्याय योजना, ई रिक्शा चार्जिंग पॉइंट, अंडर ग्राउंड वायरिंग के किये भी करोड़ों का प्रावधान
- 70 वार्डों में विकास कार्य के लिए 10-10 लाख रुपए देने का प्रावधान.
- कोरोना संक्रमण को देखते हुए महापौर ने सभी पार्षद और एल्डरमैन के 5 लाख रुपए तक का बीमा करने का रखा है प्रावधान.