रायपुर: कोरोना काल (Corona Period) के दौरान अब लोगों को मास्क पहनना जरूरी (Necessary To Wear a Mask) हो गया है. यहां तक कि सरकार ने भी मास्क पहनने के लिए काफी प्रचार प्रसार किया है और जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं. उनके खिलाफ भी लगातार कार्रवाई जारी है. इस मास्क को पहनने के पीछे मुख्य वजह यह है कि लोग कोरोना से बच सकें. लेकिन जो मास्क लोगों के जीवन, को बचाने के लिए जरूरी है. वहीं मास्क उन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है, हम बात कर रहे हैं ऐसे लोगों की जो न तो बोल सकते हैं ना ही सुन सकते हैं. यानी मूक बधिर (Deaf dumb) लोगों के लिए यह मास्क कहीं ना कहीं परेशानी का सबब बनता जा रहा है.
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कोरोना में बोलना हुआ मुश्किल
मूकबधिर (World Deaf-Dumb Day 2021) हाथों से इशारा, चेहरे से भाव, आंखों का एक्सप्रेशन (Eyes Expression) और होठों को हिला कर बात करते हैं और उसे ही समझते है. यानी मूकबधिर (Deaf Mute) के संवाद में होठों की महत्वपूर्ण भूमिका है. लेकिन कोरोना काल में संवाद में होंठ अपनी भूमिका नहीं निभा पा रहे हैं. उसकी मुख्य वजह मुंह पर लगे मास्क हैं. इन मास्क की वजह से जब वह एक दूसरे से आपस में संवाद (Dialogue in Corona period) करते हैं या फिर किसी और से बातचीत करने की कोशिश करते हैं तो उनके होंठ इन्हें मास्क की वजह से दिखाई नहीं देते हैं और इन्हें समझना मुश्किल होता है कि सामने वाला क्या बोल रहा है ?
मूकबाधिरों को होती है संवाद में परेशानी
उन लोगों के साथ भी काफी दिक्कतें आती है, जो विभिन्न संस्थानों में कार्यरत हैं. क्योंकि वहां भी उन्हें बात के दौरान लोगों के इशारों को समझना मुश्किल होता है और यह मुश्किल बाहर और भी बढ़ जाती है. पहले यह सामान को उठाकर छूकर या फिर दिखाकर खरीदते या बेचते थे. लेकिन अब डिस्टेंस की वजह से यह लोग सामान को छूकर नहीं दिखा सकते और यदि वे इशारा करते हैं तो मास्क की वजह से होंठ नहीं दिखता है. जिससे इन्हें बातचीत में परेशानी होती है.