रायपुरः अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले मंत्री कवासी लखमा स्कूल में बच्चों के बीच दिए अपने ताजा बयान से चौतरफा घिर गए हैं. इसके बाद अब उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी है. दरअसल स्कूली बच्चों के साथ एक कार्यक्रम में मौजूद लखमा उन्हें नेता बनने की टिप्स दे रहे थे लेकिन इस दौरान वे कुछ ऐसा कह गए जिसस उन्हें आलोचना झेलनी पड़ी है.
एसपी-कलेक्टर का कॉलर पकड़ने वाले बयान से पलटे लखमा, ऐसे दी सफाई
सोमवार को एक स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे कवासी लखमा ने एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा कि जब मुझे बच्चों ने पूछा कि बड़े नेता कैसे बने तो मैंने उनसे कहा कि 'यदि तुम्हें बड़ा नेता बनना है, तो एसपी और कलेक्टर का कॉलर पकड़ो'. इस बयान के बाद घिरे लखमा ने आज अपनी सफाई पेश की.
सोमवार को एक स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे कवासी लखमा ने एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा कि जब मुझे बच्चों ने पूछा कि बड़े नेता कैसे बने तो मैंने उनसे कहा कि 'यदि तुम्हें बड़ा नेता बनना है, तो एसपी और कलेक्टर का कॉलर पकड़ो'.
इस बयान के बाद घिरे लखमा ने आज अपनी सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि मैंने बच्चों से पूछा कि तुम्हें क्या बनना है, तो ज्यादातर बच्चों ने कहा कि 'कलेक्टर बनना है, डॉक्टर बनना है. सिर्फ एक बच्चे ने कहा कि मुझे नेता बनना है. फिर उस बच्चे ने मुझसे पूछा कि आप इतने बड़े नेता कैसे बने तो मैंने उसे बताया कि इसके लिए सड़क पर उतर कर लड़ाई लड़नी पड़ती है. न्याय के लिए कलेक्टर का घेराव करना पड़ता है, तब जनता आपको अपना नेता चुनती है'. लखमा ने कहा कि मेरे इस बयान को मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर दिखाया है. ये मुझे बदनाम करने के लिए किया गया है.