छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

ETV भारत पर सुनिए.. 'कांच ही बांस के बहंगिया' के साथ ही छठी मईया के कई और भक्तिमय गीत - कांच ही बांस के बहंगिया

बिहार में छठ महापर्व (Chhath Puja 2021) को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर है. छठी मईया के गीतों से माहौल भक्तिमय हो गया है. ईटीवी भारत पर कांच ही बांस के बहंगिया (Kanch Hi Bans Ke Bahangiya ) के साथ ही सुनिए छठी मईया के कई और गीत..

Songs of Chhath Mai are buzzing around
चहुंओर गूंज रहे छठ माई के गीत

By

Published : Nov 9, 2021, 4:04 PM IST

Updated : Nov 9, 2021, 7:52 PM IST

रायपुर/पटना: लोक आस्था के महापर्व (Chhath Puja 2021 In Bihar) का आज दूसरा दिन खरना है. हर ओर छठ महापर्व का उत्साह चरम पर देखने को मिल रहा है.चौक चौराहों पर छठी मईया के गीत गाए जा रहे हैं. ईटीवी भारत (ETV Bharat) भी आपको छठ के गीतों से सराबोर कर रहा है. लोक गायिक मनीषा श्रीवास्तव छठ महापर्व के गीत गाकर लोगों का मन मोह रही हैं.

चहुंओर गूंज रहे छठी माई के गीत

यह भी पढ़ें- ETV भारत पर सुनिए.. 'उगी हे दीनानाथ' के साथ ही छठी मईया के कई और भक्तिमय गीत

छठ पर्व को लेकर पूरे बिहार में घर की छत, बालकनी, घाट या फिर सोसायटी के कैंपस में तैयारियां जोरों से चल रहीं हैं. बड़े आयोजनों में सजावट से लेकर, गाने की व्यवस्था व संगीत कार्यक्रम इन सब पर भी काफी जोर दिया जा रहा है. दरअसल छठ में लोकगीत का काफी महत्व है. अस्ताचलगामी सूर्य या उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने से पहले के इंतजार के दौरान घाटों पर व्रती के साथ आए परिवार वाले इन्हीं गीतों को गाते रहते हैं. ऐसे माहौल को और गहरा रंग देने के लिए लोक गायिका मनीषा श्रीवास्तव ने ईटीवी भारत के माध्यम से एक से बढ़कर एक छठी मईया के मधुर गीत गाए हैं.

यह भी पढ़ें- Chhath Geet: छठी मईया के गीतों से गूंजा पटना का गंगा घाट

लोक गायिका मनीषा श्रीवास्तव का कहना है कि छठ पूजा के दौरान छठ की गीत गाना कलाकारों का सौभाग्य होता है. छठ महापर्व एक ऐसा पर्व है जिसमें सभी धर्म जाति के लोग मिलकर एक दूसरे का हाथ बंटाते हैं और बड़ी स्वच्छता के साथ इस पर्व को मनाया जाता है.

यह भी पढ़ें- Chhath Puja 2021: छठ पूजा में भोजपुरी गीत सुनते ही झूम उठते हैं बिहारी

बता दें कि छठ पूजा के दूसरे दिन आज खरना को लेकर व्रती उत्साहित हैं. खरना या लोहंडा छठ पूजा का महत्वपूर्ण दिन होता है. इस दिन व्रत रखा जाता और रात में खीर खाकर फिर 36 घंटे का कठिन व्रत रखा जाता है. इस दिन छठ पूजा के प्रसाद की तैयारी की जाती है और प्रसाद बनाया जाता है. 10 नंवबर बुधवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. वहीं 11 नवंबर गुरुवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और इसके साथ ही छठ पूजा का समापन हो जाता है.

Last Updated : Nov 9, 2021, 7:52 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details