रायपुर: ज्योतिष शास्त्र, एक ऐसा विषय है, जिसमें आप किसी व्यक्ति के जीवन के भविष्य को लेकर भविष्यवाणी करने के नियमों और सिध्दांतों का अध्ययन कर सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र में इस बात का स्पष्ट उल्लेख मिलता है कि किसी भी ज्योतिषी को बिना किसी अपेक्षा के भविष्यवाणी करना चाहिए. उसको किसी प्रकार का लोभ नहीं होना चाहिए. नहीं तो भविष्यवाणी गलत सिद्ध हो जायेगी. लेकिन जातक का भी कर्तव्य है कि वह अपने ज्योतिषी एवं कर्मकांडी पंडित को यथोचित दक्षिणा दें, उसका सम्मान करें.
क्या कहता है ज्योतिष नियम: ज्योतिष शास्त्र के नियम के अनुसार, किसी व्यक्ति या राजनीतिज्ञों को किसी ज्योतिषी से भविष्य में लाभ होने की संभावना हो तो उसके बिना पूछे कोई भविष्यवाणी नहीं करना चाहिए. ऐसे लोगों की भविष्यवाणी कम से कम 3 बार निवेदन करने पर ही किए जाने का प्रावधान है, नहीं तो भविष्यवाणी गलत साबित हो जायेगी. साथ ही यह भी कही गयी है कि बिना दक्षिणा दिए भविष्यवाणी जानने एवं कर्मकांड कराने से उसका फल प्राप्त नहीं होता. इसलिए ज्योतिषी कितना ही मना करें, लेकिन एक सम्मानजनक राशि ज्योतिषी को देना जातक का कर्तव्य होता है. नहीं तो भविष्यवाणियां भी गलत हो जाती है या कर्मकांड का फल भी नहीं मिल पाता है.