रायपुर: इस साल 4 जून 2023 को ज्येष्ठा नक्षत्र और सिद्धि योग में ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा मनाई जाएगी. इस शुभ योग दिन बालव और कौलव करण के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग वृश्चिक और धनु राशि का सुंदर संयोग बन रहा है. इस शुभ दिन सूर्योदय से पूर्व सरोवर नदी या तालाब में स्नान करने की परंपरा है. संभव हो तो गंगा के तट पर स्नान करें, जो लोग गंगा से दूर हैं, वह निश्चित तौर पर गंगा के जल को अपने स्नान के पात्र में डालकर संपूर्ण जल को गंगा मानकर शुद्ध मनोभाव से स्नान करें. इस पूर्णिमा में श्वेत वस्त्र पहनना शुभ माना गया है.
भोलेनाथ का दूध से करें पवित्र अभिषेक: पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "आज के दिन भगवान भोलेनाथ को दूध का अभिषेक करना पवित्र माना गया है. इसके साथ ही लक्ष्मी नारायण भगवान की आराधना, साधना और प्रार्थना से सब मनोरथ पूर्ण होते हैं. आज के दिन निराश्रितजनों दिव्यांगजनों और कमजोर वर्ग के लोगों को मदद करने से भगवान प्रसन्न होते हैं. आज के दिन श्रमदान समय दान करने का भी विशेष महत्व है."
डिप्रेशन से मिलेगी निजात: शास्त्रों के अनुसार, आज के समय में प्रकृति हरियाली की सेवा करना शुभ माना जाता है. पूर्णिमा काल मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए विशेष माना गया है. ऐसे जातक जो विकसित डिप्रेशन फ्रस्ट्रेशन या कुंठा के शिकार हैं. ऐसे जातकों को आज के शुभ दिन श्री हनुमान चालीसा, श्री गायत्री मंत्र, श्री बजरंग बाण का यथोचित पाठ करना चाहिए. पूर्णिमा काल में एकासना फलाहारी या निर्जला उपवास किया जा सकता है.