रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजनीति में कांग्रेस और बीजेपी के बीच अब झुनझुना वार शुरु हुआ है. ऐसे तो झुनझुना रोते हुए छोटे बच्चों को चुप कराने का एक खिलौना है.लेकिन छत्तीसगढ़ में इस झुनझुने को लेकर काफी बयानबाजी हो रही है. भले ही बच्चों के बीच से निकलकर झुनझुना बड़ों के सियासी गलियारे में आ गया हो.लेकिन उसने अपना काम नहीं बदला है. झुनझुना कल भी खुश करने के काम आता था और आज भी खुश करने के काम में आ रहा है. ये हम नहीं कह रहे.बल्कि कांग्रेस के नेताओं की प्रदेश में बने दो डिप्टी सीएम को लेकर सोच है.
बीजेपी ने नेताओं को थमाया डबल झुनझुना :कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी ने अपने नेताओं को डबल झुनझुना थमाया है.ये आपसी अंतर्कलह को दूर करने के लिए बनाया गया है. पूर्ण बहुमत की सरकार होने के बाद मुख्यमंत्री चयन के लिए एक हफ्ते इंतजार करना पड़ा. उसके बाद दो-दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए. अभी तक कैबिनेट का निर्णय नहीं ले सके हैं.
''बहुत सारे वरिष्ठ नेता चार से आठ बार के विधानसभा चुनाव जीत कर आए हैं. सुनने में आ रहा है उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाएगा. उन्हें दरकिनार करते हुए नए चहरे को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.बीजेपी की डगर आने वाले समय में काफी कठिन होगी.''-सुशील आनंद शुक्ला प्रदेश अध्यक्ष मीडिया विभाग कांग्रेस
सिंहदेव ने बच्चों की तरह की थी जिद :वहीं कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि हमारे यहां पहले दिन से ही दो-दो डिप्टी सीएम बने हैं. इसी तरीके से हमें जनता के बीच में काम करना है. यह सब तैयारी की गई है.लेकिन सिंहदेव का मामला दूसरा था. उप मुख्यमंत्री , उप प्रधानमंत्री के दौर बहुत पहले से चला आ रहा है. लेकिन बाबा का डिप्टी सीएम बनना अलग बात है. उन्हें संतुष्ट करने के लिए बनाया गया था.