रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के निवास में हर बार की तरह इस बार भी जन चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां प्रदेशभर से लोग अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर सीएम हाउस पहुंचे थे. अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे लोगों को सीएम से मिलने नहीं दिया गया, जिससे लोगों में खासा नाराजगी देखने को मिली है.
सीएम हाउस में जन चौपाल का आयोजन, बिन अर्जी दिए ही वापस लौटे लोग बता दें कि सीएम हाउस में जन समस्या निवारण के लिए जन चौपाल का आयोजन किया जाता है, जिसके लिए बकायदा समय भी निर्धारित किया गया है, लेकिन अपनी समस्या लेकर दूर दराज से पहुंचे लोगों को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा.
खाली हाथ वापस लौटना पड़ा
सीएम हाउस पहुंचे लोगों का कहना है कि 'वे मुख्यमंत्री से मिलने दूर-दूर से सीएम हाउस पहुंचे थे, लेकिन सीएम हाउस में मौजूद लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया, इतना ही नहीं सीएम हाउस के बाहर ही विधायक लोगों के आवेदनों को ले रहे थे, जिससे लोगों में नाराजगी है.
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सीएम हाउस पहुंचने के बाद भी नहीं मिलने दिया गया
मुख्यमंत्री से मिलने मुंगेली से सावित्री सोनी पहुंची थी, लेकिन उनसे विधायक और अधिकारियों ने भीड़ ज्यादा होने का हवाला देते हुए आवेदन ले लिया, वहीं अमलीडीह से राधा पटेल, दुर्ग से यमुना निषाद, बालोद से गजेंद्र सोनी और भाटापारा से रज्जन सिंह ठाकुर अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे थे.
समय से पहले लोगों को रोक दिया गया
मामले में जब विधायक विकास उपाध्याय से पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा- कि 'उन्हें सीएम ने अपना प्रतिनिधि बनाकर बाहर भेजा है और इसलिए वे इन लोगों से आवेदन ले रहे हैं और इन सभी आवेदनों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे'. अब इसमें सवाल ? ये उठता है कि जब सीएम से मिलने का समय 12 से 2 बजे तक था तो 1 बजे ही क्यों लोगों को रोक दिया गया. इससे लोगों का आरोप है कि खानापूर्ति के लिए चौपाल का आयोजन किया जा रहा है.