रायपुर: छत्तीसगढ़ के जेलों में बंद बंदियों की मेहनत रंग लाई है. इन बंदियों के द्वारा निर्मित उत्पादों से जेल को 2.80 करोड़ रुपये की आय हुई है. इस बात की जानकारी गृह विभाग ने दी है.
बंदियों के पुर्नवास के लिए जेलों में व्यवसायिक प्रशिक्षण
जेल मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि प्रदेश के जेलों को सुधार गृह के रूप में परिवर्तित करने की दिशा में काम किया जा रहा है. राज्य शासन बंदियों के कल्याण और उनके पुर्नवास के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है. उन्होंने बताया कि बंदियों के पुर्नवास के लिए राज्य की जेलों में सिलाई, बुनाई, लौह, लकड़ी, बांस, जूट, ऑफसेट स्क्रीन प्रिंटिंग, साबुन, मसाला सहित 13 विभिन्न प्रकार के उद्योग संचालित है.