रायपुर:नक्सलवाद के अलावा क्राइम के ग्राफ में हमेशा सबसे नीचे रहने वालाछत्तीसगढ़ अब अपराध के मामले में रिकॉर्ड बनाने लगा है. प्रदेश में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. विधानसभा से मिले आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं. आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में हर महीने लगभग 6 सौ से ज्यादा आत्महत्याएं हो रही है. ढाई साल में लगभग 19 हजार से ज्यादा लोगों ने किसी ना किसी कारण से खुदकुशी की है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र (monsoon session of Chhattisgarh Vidhan Sabha) के चौथे दिन गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (Home Minister Tamradhwaj Sahu) ने अपराध के आंकड़े बताए. प्रदेश में महज डेढ़ साल में ही 6 हजार 676 अनाचार, 786 ठगी ओर 111 मानव तस्करी के मामले सामने आये हैं. हालांकि नक्सल मामलों में कमी दर्ज की गई है. पिछले कुछ सालों में आत्महत्या की घटनाओं में भी काफी इजाफा हुआ है. आंकड़ों के मुताबिक लगभग 600 से ज्यादा लोग हर महीने खुदकुशी कर रहे हैं.
महज डेढ़ साल में 6674 दुराचार और गैंगरेप की घटनाएं
छत्तीसगढ़ में एक जनवरी 2020 से चार जुलाई 2021 के बीच दुराचार और गैंगरेप की 6674 घटनाएं हुई हैं. इनमें 3717 मामलों में पीड़िता नाबालिग है. यह जानकारी गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में दी है. भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी के एक प्रश्न के लिखित जवाब में गृहमंत्री साहू ने बताया कि सबसे ज्यादा 713 मामले रायपुर जिले के हैं. दुर्ग में 515, बिलासपुर में 489, जांजगीर में 437, कोरिया 338, बलौदाबाजार में 322, कोरबा 321 और सूरजपुर जिले में 315 शामिल हैं.
600 से ज्यादा लोग हर महीने करते हैं खुदकुशी