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छत्तीसगढ़ सरकार के 2 साल का जश्न: चंदखुरी में राममय हुई भूपेश कैबिनेट, सिंहदेव फिर नजर आए अकेले ! - राम वन गमन पथ पर्यटन रैली का समापन

छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार अपने 2 साल के जश्न में राममय नजर आई. चंदखुरी में माता कौशल्या के मंदिर में पूरी कैबिनेट जुटी. सीएम भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विपक्ष पर राम नाम की आड़ में राजनीति का आरोप लगाया. कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का मंच छोड़कर जाना भी चर्चा का विषय रहा.

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चंदखुरी में राममय हुई भूपेश कैबिनेट

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Published : Dec 17, 2020, 6:58 PM IST

Updated : Dec 18, 2020, 6:55 AM IST

रायपुर: मुख्यमंत्री निवास में कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सभी मंत्री एक बस में सवार होकर चंदखुरी रवाना हुए. चंदखुरी में माता कौशल्या का प्राचीन मंदिर है. बस में सीएम बघेल समेत सभी मंत्रियों ने भगवान राम, माता कौशल्या और हनुमान जी की जय के नारे लगाए.

चंदखुरी में राममय हुई भूपेश कैबिनेट

चंदखुरी पहुंची भूपेश की टीम

मुख्यमंत्री सहित उनकी पूरी कैबिनेट चंदखुरी में आयोजित राम वनगमन पथ पर्यटन परिपथ रथयात्रा और बाइक रैली के समापन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची. यह रथयात्रा और बाइक रैली सुकमा जिले के रामाराम और कोरिया जिले के सीतामढ़ी-हरचौका से 14 दिसंबर को एक साथ शुरू हुई थी.

19 जिलों से लाई गई मिट्टी

पर्यटन परिपथ रथयात्रा के दौरान राम के वन गमन पथ से जुड़े स्थलों की पवित्र मिट्‌टी इकट्ठा की गई है. 19 जिलों से लाई गई इस मिट्टी को कौशल्या माता के मंदिर निर्माण के लिए दिया गया.

समापन समारोह में शामिल हुए सीएम सहित सभी मंत्री

चंदखुरी पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नवनिर्मित गोठान का निरीक्षण किया. उसके बाद वे राम वन गमन पर्यटन परिपथ रथयात्रा के समापन समारोह में शामिल हुए. छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग के इस आयोजन में सभी मंत्री, रायपुर जिले के सभी सांसद-विधायकों और पंचायती राज के जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए.

पढ़ें: 'बाबा' नाराज ! चंदखुरी में सरकार के 2 साल के जश्न को बीच में छोड़कर चले गए सिंहदेव

सिंहदेव नाराज!

कार्यक्रम के कुछ देर बाद ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मंच छोड़ दिया. टीएस सिंहदेव के कार्यक्रम से दूरी बनाने या मंच छोड़ने की वजह साफ नहीं हो पाई है. हालांकि ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले और स्वागत-सत्कार में बेरूखी के अलावा सियासी हलकों में कई कयास जरूर लगाए जा रहे हैं.

विपक्ष पर बरसे ताम्रध्वज साहू

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि पूर्व की सरकार ने छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित माता कौशल्या के मंदिर पर ध्यान नहीं दिया. विपक्ष कह रहा है कि प्रदेश में डेवलपमेंट नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि कॉन्क्रीट का डेवलपमेंट करना डेवलपमेंट नहीं है. हमने तीज-त्योहार, स्थानीय धार्मिक स्थलों का विकास किया. विपक्ष पूछ रहा है 'राम किसके है'. हम राम के नाम पर रोटी नहीं सेकते रहे हैं. हमारे यहां कौशल्या के राम हैं.

पढ़ें: भगवान राम और माता कौशल्या के जयकारे लगाते चंदखुरी पहुंचे CM, अकेले नजर आए सिंहदेव

'2 साल पूरे होने पर माता कौशल्या की गोद में हैं'

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार के दो साल पूरे होने पर हम माता कौशल्या की गोद में हैं. माता कौशल्या किसी भी परिस्थिति में विचलित नहीं हुईं. वनवास में भगवान राम कहीं भी जा सकते थे, लेकिन छत्तीसगढ़ आए,क्योंकि बच्चा मां-बाप से नाराज होकर अपने ननिहाल ही जाता है. छत्तीसगढ़ के लोगों के चरित्र में भी वही गुण दिखते हैं. छत्तीसगढ़ को विश्व पटल पर लाने का हमारा प्रयास है. हमारी पहचान या तो भिलाई स्टील प्लांट थी, या नक्सली राज्य की, लेकिन दो सालों में प्रदेश की पहचान किसान के प्रदेश के तौर पर बनी है.

विपक्ष पर निशाना

हमारे राम तो जन-जन में व्याप्त हैं. सतयुग में कालनेमी ने भी सोने के हिरण के लिए राम का नाम लिया था. अब जिनको वोट लेना है, वो भी राम का नाम लेते हैं.

Last Updated : Dec 18, 2020, 6:55 AM IST

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