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रायपुर में बसों और ट्रेनों में दिख रहा है कोरोना का असर, यात्रियों की संख्या में आई कमी

छत्तीसगढ़ में कोरोना के चलते पिछले डेढ़ महीने से जारी लॉकडाउन के चलते बस और ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों पर काफी असर पड़ा है. बसों में यात्रियों की संख्या कम हो गई हैं. वहीं यात्री कम मिलने से रेलवे को भी ट्रेनें कैंसिल करनी पड़ी रही है.

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Published : May 27, 2021, 11:03 PM IST

Updated : May 28, 2021, 5:26 PM IST

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रायपुर में बसों और ट्रेनों में दिख रहा है कोरोना का असर

रायपुर:कोरोना संक्रमण (coronavirus) के चलते छत्तीसगढ़ में पिछले डेढ़ महीने से जारी लॉकडाउन (lockdown in chhattisgarh) से बसों और ट्रेनों में यात्री कम सफर कर रहे हैं. साल 2021 में जनवरी के समय प्रदेश में काफी कम मामले थे. वहीं 80% बसों का संचालन सभी जिलों में हो रहा था, लेकिन अप्रैल आते ही कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए. जिसके कारण जिलों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई. जिसके चलते बसों का परिचालन रोक दिया गया. अब कोरोना गाइडलाइन के साथ जिलों में और इंटर स्टेट बसें शुरू हुई हैं, लेकिन यात्री न मिलने से बसें भी लगभग खाली ही चल रही है. जिसके चलते डीजल तक का खर्च निकालना मुश्किल हो रहा है.

रायपुर में बसों और ट्रेनों में दिख रहा है कोरोना का असर, यात्रियों की संख्या में आई कमी

सिर्फ गिनती की चल रही हैं बसें

ट्रैवल एजेंट सुरेश साहू ने बताया कि अभी इंटर स्टेट में इलाहाबाद, पुणे, हैदराबाद और स्टेट में महासमुंद, बिलासपुर, कवर्धा और दुर्ग के लिए ही बसें चलाई जा रही हैं. यात्री कम होने से बसें भी कम चल रही हैं. पहले रायपुर से बिलासपुर के लिए 60 बसें चलती थीं, अब मुश्किल से 3 बसे ही चल रही हैं. वहीं रायपुर से मुंगेली के लिए 50-55 बसें चलती थीं, जिसमें से 2 ही बसें चलाई जा रही हैं. इसके अलावा इंटर स्टेट के लिए पुणे और हैदराबाद के बसों में सवारी ठीक मिल रही है. वहीं इलाहाबाद और बनारस की बसों में फिलहाल यात्री ज्यादा सफर नहीं कर रहे हैं.

रायपुर बस स्टैंड से गिनती की बसों का संचालन

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पिछले कोरोना काल से आर्थिक तंगी

बस कर्मचारी संघ प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि पिछले कोरोना काल से ही उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले साल सरकार ने बस कर्मचारियों को तीन महीने का वेतन देने का वादा किया था, लेकिन सरकार ने अब तक भुगतान नहीं किया. प्रदेश में 52,000 से ज्यादा बस कर्मचारी हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. बसें बंद होने से घर चलाना मुश्किल हो रहा है. घर का किराया, बिजली बिल तक पटाने के लिए पैसे नहीं हैं. उन्होंने बताया कि काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है.

रायपुर रेलवे स्टेशन

लॉकडाउन से कई ट्रेनों का संचालन बंद

कोरोना और लॉकडाउन का असर बसों के साथ रेलवे में भी दिखाई दे रहा है. रायपुर रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर बीपीटी राव ने बताया कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते ट्रेनों में यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई है. यात्री कम होने से रेलवे ट्रेनों को कैंसिल कर रहा है. हालांकि अब कोरोना के कम मामलों और लॉकडाउन खुलने के साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि यात्री फिर से यात्रा शुरू करेंगे. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में जिन ट्रेनों को बंद कर दिया गया था. उसे जल्द ही शुरू किया जाएगा.

Last Updated : May 28, 2021, 5:26 PM IST

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