रायपुर: पिछले 2 सालों से कोरोना संक्रमण के चलते सभी त्योहार प्रभावित थे, लेकिन अब कोरोना के मामले कम होने के बाद लगातार सभी त्योहारों को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. आज चैत्र नवरात्र के नवमी के दिन भक्तों का उत्साह नजर आया. आज शहर में ज्योति कलश और जवारे का विसर्जन किया गया. इस मौके पर राजधानी रायपुर में जमकर उत्साह देखने को मिला. शहर में बड़े ही धूमधाम के साथ ज्योति कलश और जवारे का विसर्जन करने श्रद्धालु जुलूस में निकले. इस दौरान राजधानी के अलग-अलग इलाकों से बैंड बाजों के साथ श्रद्धालु जवारे को लेकर विसर्जन करने निकले.
राम नवमी पर दो साल बाद दिखा भक्तों का उत्साह: श्रद्धालुओं ने जोश और उमंग के साथ किया ज्योति कलश और जावरा का विसर्जन - छोटे बच्चो ने भी सांग बाणा धारण किया
रायपुर में रामनवमी पर जोश और उमंग के साथ ज्योति कलश और जावरा का विसर्जन किया गया. इस दौरान रायपुर के अलग-अलग इलाकों से बैंड बाजों के साथ जुलूस निकाला गया.
यह भी पढ़ें:रायपुर महामाया मंदिर : नवरात्र में "देवी" जलाती हैं प्रथम ज्योत, यहां आज भी चकमक पत्थर की चिंगारी से ही जलती है ज्योत
जगह-जगह भंडारे का आयोजन:पिछले 2 सालों से कोई बड़ा आयोजन नहीं किया गया था. लेकिन इस बार नवरात्रि के मौके पर जगह-जगह पर भंडारे का आयोजन किया गया. जहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और उन्होंने प्रसाद दिया. वहीं, जवारा विसर्जन के मौके पर रायपुर के कंकाली मंदिर तालाब में बढ़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे.
चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन जोत जवारा विसर्जन यात्रा शहर के अलग-अलग इलाकों से निकलकर कंकाली तालाब पहुंची. इस दौरान विसर्जन यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने सीने, अपने हाथों पर और अपने गालों पर सांग बाणा धारण किया था. इस दौरान छोटे बच्चों ने भी अपने शरीर पर नुकीले सांग बाणा धारण कर भक्ति में संगीत पर रखते हुए कंकाली मंदिर तालाब पहुंचे और वहां ज्योति कलश और जवारे का विसर्जन किया.