रायपुर : कोरोना महामारी पूरे विश्व की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है. एक समस्या यह भी है कि ज्यादातर लोगों की अब तक जांच नहीं हो पाई है. विशेषज्ञों की माने तो जांच बढ़ी तो मरीज भी बढ़ेंगे. इसलिए शासन को जांच बढ़ाने की जरूरत है. वहीं जांच में तेजी लाने के लिए आईसीएमआर ने छत्तीसगढ़ शासन को रैपिड टेस्टिंग किट भेजी थी. लेकिन अब आईसीएमआर ने छत्तीसगढ़ को आबंटित की गई किट वापस मांग ली है.
आईसीएमआर ने राज्य सरकार से वापस मांगी टेस्टिंग किट
राजस्थान में हुई गड़बड़ी के बाद आईसीएमआर ने छत्तीसगढ़ को आबंटित किए गए किट को वापस मांग लिया है.
आईसीएमआर ने यह फैसला राजस्थान में हुई गड़बड़ी के बाद लिया है. आईसीएमआर ने कुल 48 सौ किट छत्तीसगढ़ भेजे थे. छत्तीसगढ़ के एक मात्र हॉटस्पॉट कोरबा में रैपिड टेस्टिंग किट के माध्यम से जांच हो रही थी. छत्तीसगढ़ में अब तक कुल 37 संक्रमित मरीज पाए गए हैं, उनमें से 28 मरीज कोरबा के थे तो वहीं 27 मरीज सिर्फ कोरबा के कटघोरा के थे. स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारीक ने कलेक्टर को 2000 टेस्टिंग किट दी थी, लगातार इस किट से जांच भी चल रही थी. लेकिन अब इस किट को आईसीएमआर ने वापस मांग लिया है.
दोबारा होगी जांच
कोरबा के कटघोरा में प्रमुख रूप से इन किट्स के माध्यम से जांच चल रही थी. राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि उन सभी की जांच दोबारा करवाई जाएगी. अब तक कटघोरा में 757 जांच की गई थी. सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, अब स्वास्थ्य विभाग के सामने एक बार फिर बड़ी चुनौती है कि वे फिर बड़ी संख्या में लोगो की जांच करेंगे.