रायपुर:देश में आम की कई तरह की किस्में मिलती हैं, जिनमें नई और पुरानी किस्में भी शामिल हैं. वैसे तो भारत में 15 किस्म के आम उगाए जाते हैं. पुराने किस्म के आमों की बात की जाए तो अलफांसो, केसर, किशन भोग, मलगोवा, नीलम और वनराज आम शामिल हैं. इसके अलावा रेखा, जर्दालू, बदली, मुंबई ग्रीन, लंगड़ा, चौसा और दशहरी आम भी पुराने किस्मों में शामिल हैं. वहीं नए किस्म में मल्लिका, रत्ना, आर्म, पुनीत, आर्का, अनमोल दशहरी-140, आम्रपाली जैसी किस्में हैं. इतनी सारी प्रजातियों में जरूरी नहीं कि हर प्रजाति के आम मीठे ही हों. हर प्रजाति में खट्टे और मीठे दोनों प्रकार के आम पाए जाते हैं. अब सवाल यह उठता है कि आम को केवल देखकर ही कैसे जाना जाए कि वह खट्टे होंगे या मीठे.
अभी बाजार में छाए हैं अर्ली वेराइटी के आम:फल विक्रेता अनिरुद्ध साहू ने बताया कि "अभी बैगनपल्ली, तोतापरी और सुंदरी आम बाजार में हैं. इसके बाद दशहरी, चौसा, लंगड़ा आएंगे. सुंदरी आम में यदि पीले और लाल रंग एक साथ दिखे तो वह स्वाद में मीठा होता है. इसकी सुगंध बाकी आमों से अलग होती है. बैगनपल्ली आम जो गहरे पीले रंग का होता है, वह सबसे ज्यादा मीठा होता है. बाकी हल्के पीले रंग वाले आम का स्वाद खट्टा होता है."
ग्रीन कलर के आम स्वाद में होते हैं खट्टे:फल विक्रेता शनि कुमार के मुताबिक "ग्रीन कलर के आम खट्टे होते हैं. जो आम येलो रंग के होते हैं, वह मीठे होते हैं." वहीं फल विक्रेता रवि सोनकर का कहना है कि "जो आम लाल और पीले रंग का होता है, वह फुल पका होता है. वहीं जो हरापन लिए होता है, वह खट्टा होता है. इसलिए हम लोग ग्राहकों को हरा ना देकर लाल और पीला आम ही देते हैं." फल विक्रेता विनोद कुमार के मुताबिक "पीले आम मीठे होते हैं. सबसे ज्यादा ग्राहकों को हम पीले आम ही बेचते हैं, ताकि उन्हें मीठा लगे और वह दोबारा आकर हमारे यहां से फल खरीदें."