रायपुर:छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) को भारत के बंटवारे के लिए जिम्मेदार बताया है. उन्होंने बुधवार को दिए एक बयान में कहा कि सावरकर ने सबसे पहले टू नेशन थ्योरी (two nation theory) का प्रस्ताव दिया था. जिस पर फिर मुस्लिम लीग ने अमल किया. इसी सिद्धांत को मुस्लिम लीग ने आगे बढ़ाया. जिसके बाद देश का बटवारा हुआ. सीएम बघेल के इस बयान के बाद चारो तरफ सियासी हंगामा मच गया.
सावरकर के मुद्दे पर भूपेश बघेल से कैसे अलग थी अटल बिहारी बाजपेयी की राय, जानिए यहां - पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी
सावरकर (Savarkar) पर एक बार फिर सियासी बहस छिड़ गई है. एक तरफ कांग्रेस सावरकर को देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार मान रही है तो बीजेपी उन्हें देश का वीर सपूत मानती है. वीर सावरकर पर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी (Former PM Atal Bihari Vajpayee) क्या सोचते थे. उन्होंने सावरकर की शख्सियत को काफी ऊंचा और गहरा बताया था. हम उनके भाषण के अंश के जरिए आपको यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं.
आइए आपको बताते हैं कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी (Former PM Atal Bihari Vajpayee) की विनायक दामोदर सावरकर पर क्या राथ थी. वह उनके बारे में क्या सोचते थे. उनके भाषणों पर गौर करे तो वाजपेयी जी वीर सावरकर को तप, त्याग, तेज की मूर्ति मानते थे. अटल बिहारी वाजपेयी ने वीर सावरकर को तप, त्याग, तेज, तर्क, तीर और तलवार के समतुल्य बताया और कहा कि सावरकर में ऊंचाई भी थी और गहराई भी थी. यहां देखिए पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने वीर सावरकर के बारे में क्या कहा था.