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यदि नक्सली वार्ता करना चाहते हैं तो निशर्त बात करें: ताम्रध्वज साहू - Home Minister Tamradhwaj Sahu

नक्सलियों के वार्ता के प्रस्ताव पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि यदि नक्सली वार्ता करना चाहते हैं तो निशर्त बात करें. वार्ता के बाद ही शर्तों पर चर्चा संभव है. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि वार्ता प्रस्ताव को लेकर नक्सलियों का आधिकारिक पत्र हमारे पास नहीं आया है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों के पत्र को हम विश्वसनीय नहीं मान सकते.

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ताम्रध्वज साहू

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Published : Mar 17, 2021, 9:59 PM IST

Updated : Mar 17, 2021, 10:06 PM IST

रायपुर:नक्सलियों के वार्ता के प्रस्ताव पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि यदि नक्सली वार्ता करना चाहते हैं तो निशर्त बात करें. वार्ता के बाद ही शर्तों पर चर्चा संभव है. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि वार्ता प्रस्ताव को लेकर नक्सलियों का आधिकारिक पत्र हमारे पास नहीं आया है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों के पत्र को हम विश्वसनीय नहीं मान सकते.

नक्सलियों के वार्ता प्रस्ताव को लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का बयान

'नक्सलियों का पत्र नहीं मिला'

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने साफ तौर पर स्पष्ट कर दिया है कि नक्सली मूवमेंट रोकने के लिए विकास की रणनीति बनाई गई है. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर एक पत्र मिलने की बात कही जा रही है, लेकिन ये पत्र विश्वसनीय है या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि यह पर्चा ना तो मुख्यमंत्री के पास आया और ना उनके पास किसी ने भेजा है.

'शर्तों से बात नहीं होगी'

गृहमंत्री ने कहा कि नक्सली यदि चर्चा करना चाहते हैं तो शर्त वाली बात नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा घर वापसी अभियान चल रहा है. सरेंडर अभियान भी चल रहा है. यदि नक्सली बात करना चाहते हैं तो हम बात करेंगे. लेकिन यह व्यापक काम है. राज्य सरकार के साथ केंद्र और कई राज्यों के साथ रणनीति बनानी पड़ेगी.

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'नक्सलियों ने वार्ता की जताई इच्छा'

बता दें कि नक्सलियों ने एक पर्चा जारी किया है. जिसमें वे सरकार से वार्ता की इच्छा जताई है. दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता के नाम से पत्र जारी किया गया है. इसमें तीन शर्ते रखी गई हैं, जिसमें पहला सुरक्षा बलों को हटाने, नक्सली संगठनों पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने और जेलों में कैद नक्सली नेताओं को बिना शर्त रिहा करने की मांग की गई है. नक्सलियों ने तीन शर्तों के साथ बस्तर में शांति व्यवस्था बहाल करने सरकार से मांग की है.

Last Updated : Mar 17, 2021, 10:06 PM IST

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