रायपुर:होली के 1 दिन पहले सोमवार शाम राजधानी में होलिका दहन किया गया. देश भर में होली के एक दिन पहले होलिका दहन के रूप में मनाया जाता है. जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है. होलिका वसंत ऋतु के आने और सर्दियों के जाने का भी प्रतीक माना जाता है.
रायपुर में जलाई गई ईकोफ्रेंडली होलिका - होलिका दहन
आज ही के दिन होलिका भक्त पहलाद के साथ खुद आग की होलिका में कूद गई थी. लेकिन प्रहलाद पर भगवान की कृपा थी जिससे उन्हें कुछ नहीं हुआ. लेकिन होलिका जल जाती है. यही कारण है कि होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है.
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माना जाता है कि आज ही के दिन होलिका ने भक्त पहलाद के साथ खुद को आग में झोंक दिया था. लेकिन प्रहलाद पर भगवान की कृपा थी और उन्हें कुछ नहीं हुआ. लेकिन होलिका जल जाती है. यही कारण है कि होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है.
राजधानी के चौक चौराहों पर पूजा कर होलिका जलाई गई. स्थानीय व्यक्ति राम अग्रवाल ने बताया कि इस बार शहर में इको फ्रेंडली होली जलाई जा रही है. जिसमें लकड़ी के साथ-साथ गोबर के कंडे का भी उपयोग किया जा रहा है. जिससे प्रदूषण कम हो और लोग भी सेहत के साथ-साथ होलिका दहन का मजा ले सकें.