रायपुर: 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य का गठन (Formation of Chhattisgarh State) हुआ था. आज छत्तीसगढ़ राज्य को बने 21 वर्ष पूरे हो चुके हैं. छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस (chhattisgarh state foundation day) के मौके पर ईटीवी भारत छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल (Higher Education Minister Umesh Patel) से खास बातचीत की.
उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल सवाल: छत्तीसगढ़ राज्य गठन के 21 साल हो चुके हैं, किस तरह से देखते हैं इस पूरे 21 साल को?
जवाब:छत्तीसगढ़ अपनी तरुणाई अवस्था में पहुंच चुका है. पूरे प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बहुत-बहुत बधाई. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) की सरकार बनने के बाद जो काम हो रहे हैं, उससे छत्तीसगढ़ की संस्कृति (Culture of Chhattisgarh) को काफी हद तक बढ़ावा दिया जा रहा है. मुझे अब लगता है कि छत्तीसगढ़ के लोगों के अंदर छत्तीसगढ़िया संस्कृति जिसे लेकर हमारे पूर्वजों ने बनाया था. छत्तीसगढ़ की संस्कृति को लोगों तक पहुंचाया जाए. यहां का खानपान का फैलाव हो, अब जाकर यह सारी चीजें हो रही है. उसके लिए मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहूंगा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ाने का काम किया है.
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सवाल: उच्च शिक्षा को लेकर कितना बदलाव देखते हैं
जवाब: सरकार को 3 साल होने जा रहे हैं. लेकिन शुरुआती दिनों में कोरोना संक्रमण रहा लेकिन डेढ़ सालों में किए गए कार्य स्टेपिंग स्टोन है. इसके परिणाम आगामी 4 साल बाद आपको दिखाई देंगे. एजुकेशन की क्वालिटी (quality of education) को बढ़ाने के लिए नैक में काफी हद तक आगे बढ़े हैं. नैक की टीम (NAAC team) बार-बार छत्तीसगढ़ का दौरा कर रही है. सबसे ज्यादा हमने एसएसआर हमने जमा किया है. आने वाले समय में हम और भी कॉलेजों को इस प्लेटफार्म पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी की क्वालिटी बढ़ सके. इसके अलावा हमने कॉलेज और यूनिवर्सिटी में रिक्त पदों पर भर्तियां की है, जिनमें क्रीड़ा अधिकारी, लाइब्रेरियन, प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक के लिए भी भर्ती प्रकिया जारी है और आने वाले दिनों में PPP मॉडल (PPP Model in Chhattisgarh) पर भी कार्य करने का विचार चल रहा है. फिलहाल शुरुआती स्तर पर है अगर जो सक्सेस होता है तो बहुत बड़ा बदलाव इस क्षेत्र में देखने को मिलेगा.
सवाल: पिछले सालों में बहुत इंजीनियरिंग कॉलेज को ली गई लेकिन आज के समय में उनकी सीट नहीं भर पा रही है क्या कारण देखते जी
जवाब: यह एक सर्कल है, मैं खुद इंजीनियर हूं तो इसे अच्छे से बता सकता हूं. डिमांड नहीं रहने से लोगों का रूझान कम रहता है. लोगों का रूझान कम होने से कॉलेजों की जब सीटे नहीं भरती हैं. ऐसे में क्वालिटी भी कमजोर होती है और क्वालिटी कम होने से फिर से रुझान कम होता है और क्वॉलिटी कम होने से फिर सीट कम होती है. यह एक सर्कल है, शुरुआती समय में प्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेज (Engineering Colleges in State) ज्यादा खोल दिए गए. आने वाले समय में हमें मोडरेट पोजीशन पर आने की कोशिश कर रहे हैं. एक लेबल पर जितनी जरूरी है इंजीनियरिंग कॉलेज में अन्य सब्जेक्ट को भी बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं.
सवाल: युवाओं के स्किल डेवलपमेंट और रोजगार के लिए सरकार किस तरह से कार्य कर रही है
जवाब:सरकार ने एक नया कॉन्सेप्ट लागू किया है. 12वीं के साथ-साथ एससीबिटी का डिग्री भी स्टूडेंट को मिले, जब कोई विद्यार्थी 12वीं के बाद पढ़ाई करके निकलता है, तो उसकी गिनती अनस्किल्ड मैनपावर (Unskilled Manpower) के रूप में होती है. जब उस छात्र को ट्रेनिंग मिली रहेगी तो वह स्किल्ड मैनपॉवर के रूप में बाहर निकलेगा. यह हमारी कोशिश है ताकि स्टूडेंट के पास अपॉर्चुनिटी बढ़ जाए. पाटन में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरूआत किया गया है. हमें सफलता मिलती है तो आने वाले दिनों में अन्य क्षेत्रों में भी इसे लागू किया जाएगा.
इसी तरह से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री स्किल डेवलपमेंट योजना (Prime Minister Skill Development Scheme) की पहले अच्छी स्थिति नहीं थी. इसमें गलत तरीके से लोग इनरोल होते थे. उसकी गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता था. अब हम लोगों ने स्किल्ड गाइड लाइन बनाई और उसका पालन किया है. छत्तीसगढ़ में जहां-जहां भी स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम (Skill Development Programs) चल रहे हैं, वह क्वालिटी के साथ और सही तरह से संचालित हो रहे हैं.