छत्तीसगढ़ में मानसून (Monsoon in Chhattisgarh) शुरू होती ही अच्छी बारिश हुई. लेकिन बीच में कुछ दिन बारिश नहीं होने से किसान परेशान है. किसानों ने खेतों में बुवाई शुरू कर दी है. लेकिन ठीक से बारिश नहीं हो रही है. मौसम विभाग ने आज दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की संभावना जताई है.
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में आज भारी बारिश के आसार
By
Published : Jul 13, 2021, 12:29 PM IST
रायपुर: राजधानी में 5 दिनों से बारिश नहीं होने का कारण उमस और गर्मी भी बढ़ गई है. एक तरफ से मानसून ब्रेक जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. बादल छाए रहते हैं लेकिन बारिश नहीं हो रही है. हल्की बूंदाबांदी होने के बाद काले बादल फिर से वापस चले जाते हैं. जिसके कारण उमस भरी गर्मी महसूस फिर से होने लगती है. राजधानी में तेज और झमाझम बारिश (rain in raipur) बुधवार की शाम को हुई थी, जिसके बाद अब तक झमाझम बारिश देखने को नहीं मिली है. मौसम विभाग ने आज प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की संभावना जताई है.
मौसम विभाग के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा (Meteorologist HP Chandra) ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. प्रदेश के एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी वर्षा होने और आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है. भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यता दक्षिण छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है. इस दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है.
मौसम विभाग ने बताया कि एक निम्न दाब का क्षेत्र पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण तटीय ओडिशा पर स्थित है. एक द्रोणिका कच्छ से निम्न दाब के केंद्र तक दक्षिण गुजरात, उत्तर मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, दक्षिण छत्तीसगढ़ और उत्तर तटीय आंध्रप्रदेश होते हुए 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. पूर्व पश्चिम विंडशियर जोन 18 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है. जिसके प्रभाव से कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.
छत्तीसगढ़ में अब तक बारिश
राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में 1 जून से 12 जुलाई तक 352.3 मिमी औसत बारिश हुई है. प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सुकमा जिले में 658.3 मिमी और मुंगेली जिले में सबसे कम 253.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है. प्रदेश में बोआई का काम शुरू हो गया है. लेकिन अभी भी प्रदेश के कई जिलों में ठीक से बारिश नहीं हो रही है जिससे किसान परेशान है.