रायपुर: स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव मंगलवार शाम को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ कोरोना संक्रमण की रोकथाम और वैक्सीनेशन के संबंध में वर्चुअल बैठक में शामिल हुए. इस वर्चुअल बैठक में देश के 11 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. बैठक में सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिए कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जा रहा है. कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने के साथ ही वैक्सीनेशन भी बड़ी संख्या में किया जा रहा है.
लॉकडाउन का क्राइटेरिया निर्धारित करने का अनुरोध
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन के साथ ही मास्क, सैनिटाइजर के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा सामूहिक कार्यक्रमों और शादी-विवाह और अन्य प्रयोजनों के दौरान लोगों की संख्या सीमित रखने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से ज्यादा कोरोना संक्रमण वाले स्थानों में लॉकडाउन संबंधी ऑब्जेटिव क्रायटेरिया निर्धारित करने का भी अनुरोध किया.
वैक्सिनेशन को लेकर तेजी से काम
स्वास्थ्य मंत्री ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को प्रदेश में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति, यहां मरीजों के उपचार और आवश्यक स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है. प्रदेश में पांच संभाग है. जिसमें दो ट्रायबल और तीन सामान्य एवं मैदानी इलाके वाले हैं. उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना जांच के लिए वर्तमान में 7 आरटी-पीसीआर लैबोरेटरी है. इसके अलावा 4 लैबोरेटरी की स्थापना का काम अंतिम चरण में है. राज्य में 5 अन्य लैब को भी कोरोना जांच के लिए चिन्हांकित किया गया है. कोरोना पॉजिटिव लोगों के सम्पर्क में आए लोगों की भी ट्रेसिंग की जा रही है. कोरोना नियंत्रण के लिए लोगों से बचाव के उपायों का पालन करने और सावधानी बरतने की लगातार अपील भी की जा रही है.
छत्तीसगढ़ में तेजी से फैला संक्रमण
राज्य में रोजाना 3 से 4 लाख लोगों को कोरोना से बचाव के टीके लगाए जा रहे हैं. 36 से 40 हजार लोगों की कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री ने इस वर्चुअल बैठक में जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ में बीते दो माह में कोरोना संक्रमण तेज हुआ है. इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमितों की टेस्टिंग की संख्या में वृद्धि किए जाने के साथ ही कोरोना वैक्सीनेशन का काम भी युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना टेस्ट की संख्या में बढ़ोतरी होने से संक्रमितों के पहचान की संख्या में भी वृद्धि हुई है. चिन्हित संक्रमितों का अस्पतालों और होम आइसोलेशन के माध्यम से प्रभावी इलाज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में गाइडलाइन का कड़ाई से पालन, कोरोना टेस्टिंग एवं वैक्सीनेशन की वजह से यह उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना संक्रमण कम हो जाएगा.