रायपुर: मुंबई की तीरा कामत की तरह छत्तीसगढ़ की सृष्टि की जान बचाने के लिए भी मदद की जरूरत है. मासूम (SMA) टाइप वन स्पाइनल मस्कुलर एट्राफी से जूझ रही है. इस बीमारी से बचने के लिए बच्ची को भी 22 करोड़ रुपए के इंजेक्शन की जरूरत है, जिसमें करीब साढ़े 6 करोड़ रुपए टैक्स के हैं. ETV भारत ने आपसे मदद के लिए आगे आने की अपील की थी और अब बात ये बात सरकार तक पहुंचाई है. ETV भारत ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से सृष्टि के बारे में बात की है. सिंहदेव ने कहा कि वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संज्ञान में ये बात लाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि इतनी बड़ी राशि राज्य सरकार की तरफ से देने की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला लाएंगे. इसके साथ ही कहा कि आयात शुल्क जो 6 करोड़ रुपये है, इसमें छूट दी जा सकती है.
'सृष्टि' को बचाने 22 करोड़ की जरूरत
15 फरवरी को बिलासपुर की 14 महीने की सृष्टि की खबर ETV भारत ने दिखाई थी. बच्ची (SMA) टाइप वन स्पाइनल मस्कुलर एट्राफी से जूझ रही है. यही बीमारी मुंबई की तीरा कामत को भी है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बच्ची के इंजेक्शन पर लगने वाले टैक्स पर छूट दे दी है. सृष्टि को भी इंजेक्शन की जरूरत है. उसकी कीमत 16 करोड़ रुपये बताई जा रही है. यह जोलजेंसमा इंजेक्शन स्वीटजरलैंड की नोवार्टिस कंपनी तैयार करती है. इसमें तकरीबन साढ़े 6 करोड़ का आयात शुल्क देना होगा. मतलब इस बीमारी से बचने के लिए 22 करोड़ रुपये की जरूरत है. अपनी बेटी को बचाने के लिए पिता ने देशवासियों से मदद की गुहार लगाई है.