रायपुर : राजधानी के डीडीनगर थाना क्षेत्र में लोन दिलाने एवं लोन का लिमिट बढ़ाने के नाम पर अब तक देशभर में लाखों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पूर्व में बीएमए वेल्थ क्रियेटर्स प्राइवेट लिमिटेड के आउटबांड काॅल सेंटर में काम करता था. बीएमए वेल्थ क्रियेटर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का मुख्य कार्य एचडीएफसी, रिलायंस और आदित्य बिरला इंश्योरेंस की पाॅलिसी बिक्री करना होता था. उक्त कंपनियां पाॅलिसी बेचने के लिए ग्राहकों के मोबाइल नंबरों पर काॅल सेंटर की जानकारी देती थी. आरोपी काॅल सेंटर से ग्राहकों का मोबाइल नंबर लेकर कॉल करके लोगों को अपना शिकार बनाता था.
हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है आरोपी
थाना डीडी नगर में आरोपी ने अलग-अलग पीड़ितों से कुल 29 लाख 90 हजार 378 रुपये की ठगी की है. आरोपी अरुण वर्मा मूलतः हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है. उसने खुद को आदित्य बिरला कैपिटल का कर्मी बताकर पीड़ितों को अपना शिकार बनाया था. वह ठगी करने के लिए अलग-अलग नाम एवं मोबाइल नंबरों का उपयोग करता था. अरुण के कब्जे से डीडी नगर पुलिस ने घटना से संबंधित 3 मोबाइल फोन और एक सिम जब्त किया है. उसे सोनीपत से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाया गया है. उसके खिलाफ थाना डीडी नगर में धारा 420 और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था.
थाना डीडी नगर में दर्ज कराई गई थी रिपोर्ट
ठगी के पीड़ित अशोक शारडा ने थाना डीडी नगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह डीडी नगर रायपुर में रहता है. इलेक्ट्रिकल सामान का व्यवसाय करता है. 3 अक्टूबर 2020 को मोबाइल नंबर 7838115472 से उसके मोबाइल पर काॅल आया. आरोपी ने उसे बोला कि वह आदित्य बिरला कैपिटल से बोल रहा है. 6 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर लोन मिल रहा है. इसके बाद पीड़ित ने 5 लाख रुपये लोन लेने के लिये बात की. तब उसने कुछ दस्तावेज और प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर 50 हजार रुपये मांगे.
प्रोसेसिंग चार्ज-लोन लिमिट बढ़ाने की बात कहकर की ठगी
पीड़ित अशोक ने बताया कि उसके बताए बैंक खाते में 6 अक्टूबर 2020 को 25 हजार और 7 अक्टूबर 2020 को 25 हजार कुल 50 हजार रुपये जमा किये. कुछ दिनों बाद आरोपी ने प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर और रकम की मांग की. इसके बाद एक बार फिर पीड़ित अशोक ने उसके बताए खातों में 3 लाख 79 हजार 700 रुपये जमा कर दिये. 23 नवम्बर 2020 को मोबाइल नंबर 8376922517 से पीड़ित के मोबाइल पर फिर फोन आया. फिर से प्रोसेसिंग चार्ज के नाम से 80 हजार रुपये जमा करने कहा गया और लोन लिमिट बढ़ाने की बात कही गई. पीड़ित ने उसके बताए खाते में 80 हजार रुपये और जमा किये.
इस तरह से अलग-अलग मोबाइल नंबरों के धारक ने उसे लोन दिलाने एवं लोन की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर अलग-अलग तारीख, किश्तों और बैंक खातों में कुल 29 लाख 90 हजार 378 रुपये जमा करवाकर ठगी की. जिसके बाद अज्ञात आरोपी के खिलाफ थाना डीडी नगर में धारा 420 और 66 (डी) आईटी एक्ट का मामला दर्ज किया गया था.