छत्तीसगढ़ को नए साल 2023 में मिल सकती हैं ये सौगातें ! - Ambikapur will get gift of Hummer Lab
छत्तीसगढ़ में नए साल में कई बड़ी सौगातें मिल सकती है happy new year 2023. इसमें कुल 12 सौगातें शामिल हैं. प्रदेश में कई अरसे से इन प्रोजेक्ट के पूरे होने का सपना लोग देख रहे हैं Gift to Chhattisgarh in new year 2023 . ऐसे में उम्मीद है कि नए साल में ये नई सौगातें लोगों को मिले. जिनसे उनका जीवन शुलभ हो और वह राज्य विकास की रफ्तार में तेजी से आगेGift of new platform at Raipur railway station बढ़े.
छत्तीसगढ़ में साल 2023 की सौगात
रायपुर:छत्तीसगढ़ की जनता को साल 2023 में ये 12 सौगातें मिल सकती gift to chhattisgarh in new year-2023 है. जिसका सीधा असर छत्तीसगढ़िया पर पड़ेगा. आइए इन सौगातों पर नजर डालते हैं.
- नवनिर्मित सीएम हाउस, राज भवन सहित मंत्रियों के बंगले की मिल सकती है सौगात:नया रायपुर में सीएम हाउस 8 एकड़ की जमीन में बन रहा है. 60 करोड़ की लागत से बन रहा सीएम हाउस अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. 8 एकड़ में बनने वाले सीएम हाउस में 6 बेडरूम, फैमिली लिविंग रूम, प्राइवेट थिएटर, हेल्थ सेंटर, मीटिंग रूम और बड़ी लाइब्रेरी भी बनाई जा रही है. सेक्टर 24 में ही तमाम मंत्रियों के बंगले भी बनाए जा रहे हैं. राजभवन 12 एकड़ के क्षेत्रफल में बनाया जा रहा है.
- नए साल में 4 मेडिकल कॉलेज की प्रदेश को मिलेगी सौगात:छत्तीसगढ़ में मेडिकल छात्र छात्राओं को एक नई सौगात मिलने जा रही है. नए मेडिकल कॉलेज के साथ साथ नर्सिंग कॉलेज भी खोले जाएंगे. 2023 में प्रदेश में 4 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे. इन कॉलेजों में नर्सिंग भी खोले जाएंगे. इसमें बीएससी नर्सिंग की 50 सीटें होंगी. इन कॉलेजों की बिल्डिंग और जरूरी उपकरणों के लिए केंद्र सरकार 10 करोड़ रुपये देगी. प्रदेश में अभी 8 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं. नए एमबीबीएस कॉलेज खुलने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 12 हो जाएगी. अगले साल कवर्धा, जांजगीर चांपा, मनेंद्रगढ़ और दंतेवाड़ा में नया मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा.
- गोगांव रेलवे अंडर ब्रिज का निर्माण होगा पूरा :गोगांव रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे अंडर ब्रिज बन रहा है. फरवरी 2015 में इसकी मंजूरी मिली थी. करीब 35 करोड़ की लागत थी. मई 2016 में कार्य आदेश जारी किया गया. 12 महीने की डेडलाइन थी. यानी मई 2017 तक काम पूरा होना था. अब इस अंडरब्रिज का काम अंतिम दौर में है. संभावना जताई जा रही है कि साल 2023 के शुरुआती महीनों में इसका लोकार्पण हो जाएगा. इस अंडर ब्रिज से आवाजाही शुरू होने पर हजारों लोगों को राहत मिलेगी.
- तेलघानी नाका रेलवे ओवरब्रिज की मिल सकती है सौगात:तेलघानी नाके का पुराना ओवरब्रिज काफी जर्जर हो चुका है. विभाग मरम्मत कर छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए उपयोग कर रहा है. पब्लिक की समस्या को देखते हुए विभाग ने तेलघानी नाका पर नए ओवरब्रिज का निर्माण सितंबर 2018 से शुरू किया. ओवरब्रिज का काम 11 अप्रैल, 2020 तक पूरा करना था. पहले भूअर्जन फिर कोरोना की वजह से काम लटका. अब निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. साल 2023 में इसके शुरू होने और पूरे होने की संभावना है. यहां से गुजरने वाले भारी वाहनों सहित आम लोगों को भी राहत मिलेगी.
- रायपुर रेलवे स्टेशन पर नए प्लेटफार्म की सौगात:रायपुर रेलवे स्टेशन में एक और प्लेटफार्म की सौगात यात्रियों को नए साल से मिलेगी. प्लेटफार्म छह के सामने नया प्लेटफार्म बना रहा है. जल्द ही यहां शेड लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा. मंडल के अधिकारियों ने बताया कि अभी रेल की पटरी नहीं बिछाई गई है. इस वजह से यात्रियों को एक महीने और इंतजार करना पड़ेगा. इसके बनने से यात्रियों को आवाजाही में दिक्कत नहीं होगी.
- बहुप्रतीक्षित टाटीबंध ओवरब्रिज होगा शुरू :मुंबई-हावड़ा मार्ग पर स्थित टाटीबंध चौक पर एनएचएआइ 89 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज बना रहा है. भू-अधिग्रहण की वजह से काम देर से शुरू हुआ. जनवरी 2023 तक की डेडलाइन है. अब भी काफी काम बाकी है. फिर भी संभावना है कि साल 2023 में यह निर्माण पूरा कर लिया जाएगा और राजधानी वासियों को एक बड़ी सौगात मिलेगी.
- सरगुजा को मिल सकती है ये बड़ी सौगातें :सरगुजा के लोगों का हवाई सपना जल्द ही साकार होने जा रहा है. दरिमा के मां महामाया एयरपोर्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उम्मीद है जल्द ही ट्रायल लैंडिंग होगी. जिसके बाद हवाई सेवा शुरू हो सकेगी. सब कुछ ठीक रहा तो मार्च 2023 महीने में यहां ट्रायल लैंडिंग कराई जाएगी. सरगुजा में हवाई सेवा की मांग लंबे समय से होती आ रही है. यहां पहले से रनवे मौजूद है, लेकिन इसकी क्षमता 72 सीटर यान के लिए उपयुक्त नहीं थी. यही कारण है कि रनवे की लंबाई बढ़ाने के साथ ही इसकी क्षमता को भी बढ़ाया गया है. टर्मिनल बिल्डिंग और एप्रिन का निर्माण कार्य भी जारी है. जिला प्रशासन ने लाइसेंस की कवायद भी शुरू कर दी है.
- 2023 में मेडिकल कालेज और अस्पताल नए भवन में हो जाएगा शिफ्ट:सरगुजा संभाग के एकलौते मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण के लिये शासन ने 30 मई 2018 को 374 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी. शासन ने भवन निर्माण का जिम्मा लोक निर्माण विभाग को दिया था. जिसके बाद लोक निर्माण विभाग ने अनुमानित लागत 367.50 करोड़ रुपए की लागत से भवन और अन्य निर्माण कार्यों के लिए एकल निविदा जारी की थी. डीबी प्रोजेक्ट लिमिटेड कोरबा को सबसे कम दर 336 करोड़ 42 लाख 70 हजार 268 रुपए दिया गया था. आचार संहिता और कोरोना काल के कारण इसके निर्माण में देरी हुई. उम्मीद की जा रही है कि 2023 में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल नये भवन में शिफ्ट हो जायेगा.
- अंबिकापुर में हमर लैब का संचालन :अम्बिकापुर के मेडिकल कालेज अस्पताल में विश्व स्तरीय लेबोरेटरी बनकर तैयार है. इस लैब को प्रदेश में हमर लैब का नाम दिया गया है. 2023 में इसका शुभारंभ होगा. जनवरी के पहले सप्ताह में इसे शुरू किया जाना है. यह एक ऐसी लैब होगी, जहां 120 प्रकार के जांच किये जायेंगे. यह लैब सिर्फ अपने यहां लिये गये सेम्पल नहीं बल्कि पब्लिक हेल्थ यूनिट और अन्य अस्पतालों से आये सैम्पल की जांच करेगा. यह लैब 1 करोड़ 25 लाख की लागत से बनाया गया है.
- हसदेव नदी पर दर्री बराज पुल की मिल सकती है सौगात:सरगुजा संभाग के पश्चिम क्षेत्र को मुख्यालय से जोड़ने वाले हसदेव नदी पर बना दर्री बराज पुल 50 साल से अधिक पुराना है. इसकी क्षमता 20 टन है. वैकल्पिक मार्ग नहीं होने से भारी वाहनों का आवागमन होता है. पुल की सुरक्षा की दृष्टि से भी यह बेहद खतरनाक है. अब हसदेव नदी पर एक नए समानांतर पुल का निर्माण पूरा कर लिया गया है. इसे बनाने में 7 साल लगे. नए साल में इस पुल की सौगात कोरबा जिले के लोगों को मिल रही है. यह पुल बनकर तैयार है.
- कुसमुंडा को मिलेगा रेलवे लाइन का उपहार:कुसमुंडा कोयला साइडिंग से उरगा के रेलवे स्टेशन को जोड़ने के लिए रेलवे लाइन बिछाई जा रही है. 2023 में इसका निर्माण पूरा कर लिए जाने का भी टारगेट है. इस छोटे लेकिन महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है. इस साल पूरा कर लिया जाएगा. शहर के बेतरतीब ट्रैफिक को इस रेलमार्ग के पूरा होते ही राहत मिलेगी.
- 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की ओर बालकों ने बढ़ाए कदम:देश की प्रमुख एल्युमिनियम उत्पादक कंपनी बालको कोरबा में संचालित है. जिसने अपनी क्षमता 5.70 लाख टन सालाना एलुमिनियम उत्पादन बढ़ाकर 10.85 लाख टन प्रतिवर्ष करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके लिए जनसुनवाई की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है. बालको जिले में 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहा है. इसका काम भी शुरू हो चुका है. इस काम को पूरा करने नई कंपनियां बालको आएंगी और युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.
Last Updated : Jan 1, 2023, 6:27 AM IST