रायपुर: 38 दिनों बाद सोमवार से 6वीं से 12वीं के स्कूल खोल दिए गए हैं. स्कूल खोलने के बाद बच्चों में उत्साह देखनों को मिल रहा है. इसी की पड़ताल करने के लिए ईटीवी भारत की टीम शहर के स्कूलों का जायजा लिया. ईटीवी भारत से स्कूलों के बच्चों ने बताया कि स्कूल आने से बहुत अच्छा लग रहा है. ऑनलाइन क्लासेस के जरिए हमारी पढ़ाई जारी थी, लेकिन जिस तरह से ऑफलाइन क्लास में हम पढ़ाई कर पाते हैं. वैसी पढ़ाई हमारी नहीं हो पा रही थी. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में एग्जाम होने हैं. ऐसे में वे अपने डाउट क्लियर करेंगे. टीचर से भी हम सीधे अपने सवालों को पूछ सकते हैं. इससे हमें फायदा मिलेगा और एग्जाम में भी मदद मिलेगी. वहीं, छत्तीसगढ़ में कोरना की दर 4 फीसद कम होने के बाद रायपुर कलेक्टर ने स्कूल खोलने का आदेश जारी किया था.
स्कूल पहुंचे बच्चों के चेहरे पर मुस्कान यह भी पढ़ें: School Reopen in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में आज से खुले स्कूल
रविवार को भी जारी रहेगी पढ़ाई
बता दें कि 2 मार्च से बोर्ड एग्जाम शुरू होने हैं. ऐसे में 10वीं और 12वीं के बच्चों के पास कम समय बचा हुआ है. बच्चों की पढ़ाई अच्छे से हो पाए और एग्जाम में किसी प्रकार से दिक्कत ना हो, इसे ध्यान में रखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के सभी स्कूलों को रविवार के संचालित करने का आदेश जारी किया है. रविवार को बच्चों के लिए स्पेशल क्लास लगाई जाएगी ताकि बच्चे अच्छे से पढ़ाई कर पाएं और अपने डाउट क्लियर कर पाए.
2 मार्च से दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं
जे एन पांडे स्कूल के शिक्षक राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि 2 मार्च से दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं होनी है. बच्चों के बोर्ड परीक्षा में नंबर अच्छे से अच्छे हैं. इसके लिए प्राचार्य ने बैठक ली है. बच्चों के परीक्षा को मात्र 15 दिन बचे हैं, ऐसे में इन बच्चों के कठिन बिंदुओं के निराकरण करने को कहा गया है. हर सब्जेक्ट टीचर कठिन सवालों को चिह्नांकन कर उनके डाउट को दूर करना है. वहीं, जेएन पांडे स्कूल के प्राचार्य एम आर सावंत ने बताया कि आज स्कूल में 50 फीसदी स्टूडेंट पहुंचे हैं. हमारा विशेष कंसंट्रेशन बोर्ड परीक्षा पर है. इसके साथ ही छवीं से नवीं के बच्चों के लिए भी ध्यान दिया जा रहा है.
मेरिट में आने वाले संभावित बच्चो की स्पेशल लिस्ट
प्रिंसिपल ने बताया कि सभी बच्चों की पढ़ाई तो जारी है और बच्चों को ऑनलाइन कंटेंट भी हम देते हैं. लेकिन मेरिट में आने वाले संभावित बच्चों का चिह्न अंकित कर उन्हें स्पेशल गाइडेंस दिया जा रहा है. इसके साथ ही सभी बच्चों को मार्गदर्शन दिया जा रहा है कि वह बोर्ड के एग्जाम पर किस तरह से पढ़ाई करे और अपना एग्जाम लिखें.