रायपुर : आज हम आपको ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं.जहां के लोगों की क्रिएटिविटी ने उन्हें पहचान दी.जिसके बाद सरकार और प्रशासन का भी ध्यान इस गांव की तरफ गया. इसलिए जिला प्रशासन ने देर ना करते हुए गांव को बड़ी सौगात दे डाली. जिला प्रशासन ने गांव में रहने वाले लोगों की क्रिए़टिविटी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश का पहला अत्याधुनिक स्टूडियो इस गांव में खोला. इस स्टूडियो का नाम हमर फ्लिक्स है. जो गांव में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में वीडियो बनाने वाले लोगों के लिए ही खोला गया है.
किस गांव में खोला गया स्टूडियो ? :जिस गांव की हम बात कर रहे हैं उसका नाम है तुलसी.जो रायपुर से कुछ ही दूरी पर मौजूद है. इस गांव की खासियत ये है कि यहां रहने वाले ज्यादातर लोग यूट्यूब वीडियो बनाकर पॉपुलर हो रहे हैं. गांव की आबादी करीब 4 हजार के आसपास है. जिसमें से 1 हजार से ज्यादा लोग वीडियो बनाते हैं. लेकिन ये सभी लोग यूट्यूब के लिए ही वीडियो बना रहे हैं. ऐसा नहीं है. फिर भी जिला प्रशासन ग्रामीणों की मेहनत और क्रिएटिविटी को आगे बढ़ाने के लिए तुलसी गांव में हाईटेक स्टूडियो खोल दिया. जिसमें अब एडिटिंग, साउंड रिकॉर्डिंग के साथ वीडियो शूट भी किए जा सकते हैं.
इसी गांव के युवक ने बनाया था प्रदेश का पहला कॉमेटी यूट्यूब चैनल :आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गांव के युवक ज्ञानेंद्र शुक्ला ने अपनी नौकरी छोड़कर एक यूट्यूब चैनल बनाया. जिसका नाम बीइंग छत्तीसगढ़िया है. हाईटेक स्टूडियों के खुलने के बाद ज्ञानेंद्र शुक्ला ने जिला प्रशासन को धन्यवाद कहा है. क्योंकि अब ग्रामीणों को अपने वीडियो की एडिटिंग के लिए रायपुर में आना जाना नहीं करना पड़ेगा. जिन कामों को लिए गांव के क्रिएटर्स शहर आते थे.अब वो गांव में ही अपनी जरुरत के हिसाब से स्टूडियो में जाकर काम पूरा कर लिया करेंगे. इस दौरान जिला कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने भी ग्रामीणों के वीडियो को देखा और लाइक किया.
''तुलसी गांव हमारे जिले ही नहीं प्रदेश का अनूठा यूट्यूबर विलेज है. जहां 40 युवा यूट्यूबर का काम करते हैं. इनके 10 लाख से भी ज्यादा फॉलोवर्स हैं. इनके बनाए वीडियो में 3 करोड़ से ज्यादा व्यू मिले हैं. यह हमारे लिए गर्व की बात है. '' सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे,कलेक्टर
कलेक्टर के मुताबिक इस स्टूडियो के माध्यम से यहां के युवाओं के टैलेंट और उनके माध्यम से अन्य युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा. यहां आगे चलकर 15 लाख रूपये की लागत से डिजिटल स्किल सेंटर भी डीएमएफ फंड के माध्यम से बनेगा. जहां यूट्यूब और सोशल मीडिया से जुड़े युवा डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, एसईओ जैसे स्किल्स सीखेंगे.