रायपुर: विधानसभा में बारदाने की खरीदी को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा. धरमलाल कौशिक ने कहा कि बोरे की व्यवस्था के नाम पर राज्य सरकार, केंद्र सरकार को बदनाम कर रही है. धरमलाल कौशिक ने कहा कि मंत्री ने जानकारी दी है कि केंद्र सरकार की तरफ से बारदाने की व्यवस्था नहीं की जाती है. प्रदेश सरकार केंद्र सरकार के खिलाफ भ्रम फैला रही है. केंद्र सरकार का काम बोरा उपलब्ध कराना नहीं है. ये इसी तरह भ्रम फैलाते हैं.
धरमलाल कौशिक ने सवाल किया कि धान खरीदी के लिए इस साल कुल कितने गठान की आवश्यकता थी, आपने कितना ऑर्डर दिया और आपको कितना प्राप्त हुआ ? मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम ने कहा कि साढ़े 3 लाख गठन की आवश्यकता थी. 27 जुलाई को 2020 को मांग पत्र भेजा गया. 30 अगस्त 2020 को 3 लाख गठान उपलब्ध कराने की कार्ययोजना स्वीकृत की गई. जुलाई और अक्टूबर के बीच में 1 लाख 45 हजार गठानों के लिए जारी किया गया. 422 करोड़ जमा कर दिया गया लेकिन अचानक 9 अक्टूबर 2020 को अचानक केंद्र सरकार ने कटौती करते हुए 1 लाख 43 हजार गठान देने की स्वीकृति दी. आखिरी में 1 लाख 9 हजार गठानें उपलब्ध हुई.
1 लाख 45 हजार गठान के आदेश को लेकर उठाए सवाल
धरमलाल कौशिक ने फिर कहा कि साढ़े 4 लाख गठन की जरूरत थी, लेकिन राज्य सरकार ने 1 लाख 45 हजार गठान का आदेश क्यों दिया ? आपने आदेश ही नहीं दिया और कल्पना कर लिया कि गठान कम मिल रही है. इस तरह झूठ बोलने और भ्रम फैलाने का काम सरकार ने किया है. इस सवाल पर सदन में हंगामा होने लगा.
विधानसभा LIVE UPDATE: बारदाना खरीदी पर विपक्ष ने सरकार को घेरा