रायपुर: बर्ड फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार जल्द गाइडलाइन जारी कर सकती है. छत्तीसगढ़ में गाइडलाइन जारी किए जाने की तैयारी चल रही है. शाम तक गाइडलाइन जारी होने की संभावना जताई जा रही है. देश कई राज्यों में बड़ी तादात में पक्षियों की मौत के मामले सामने आए हैं. जांच के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, केलर में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं.
छत्तीसगढ़ में गाइडलाइन की तैयारी छत्तीसगढ़ में जारी किए जाने वाले गाइडलाइन में विशेष फोकस पोल्ट्री फॉर्म और बर्ड सेंचुरी के लिए रहेगा. बर्ड फ्लू संक्रमण को देखते हुए अंडे और चिकन के शौकीनों को अब सतर्क होने की जरूरत है. डायरेक्टर ऑफ हेल्थ स्टेट सर्विलांस अधिकारी डॉ धर्मेंद्र गवही ने बताया कि पड़ोसी राज्यों में बढ़ रहे खतरे को देखते हुए हमने भी गाइडलाइन जारी करने की बात कही है. उसको लेकर तैयारियां चल रही है. इसमें विशेषकर पक्षियों को खतरा है. साथ ही पक्षियों के माध्यम से मानव तक संक्रमण ना फैले इसके लिए सावधानी बरतने की जरूरत है.
पढ़ें:घबराएं नहीं...बर्ड फ्लू का है इलाज, जानें कैसे बचें ह्यूमन ट्रांसमिशन से
इन राज्यों में बढ़ रही परेशानी
केरल में बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूप (स्ट्रेन) को नियंत्रित करने के लिए मुर्गे-मुर्गियों और बत्तखों को मंगलवार को मारना शुरू कर दिया गया जबकि हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में फ्लू के मामले रिपोर्ट होने के बाद जम्मू कश्मीर ने अलर्ट घोषित कर दिया है और प्रवासी पक्षियों के नमूने लेने शुरू कर दिए हैं. मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने बताया कि इंदौर के रेसीडेंसी क्षेत्र में आठ दिन पहले मृत कौओं में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस की पुष्टि होने के बाद अब तक शहर में इसी प्रजाति के 155 पक्षी मरे पाए गए हैं. हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों ने प्रदेश में पोल्ट्री पक्षियों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मंगलवार को कांगड़ा जिले के पोंग डैम लेक अभयारण्य के आसपास के इलाकों का सर्वेक्षण किया. इससे एक दिन पहले मृत प्रवासी पक्षियों के नमूनों में एच5एन8 पाया गया था.